Conception
19 September 2023 को अपडेट किया गया
शादी के बाद कई कपल्स को प्रेग्नेंसी प्लान करने में परेशानी आती है. गर्भधारण न कर पाने के कई कारण हो सकते हैं, जिन पर अगर समय रहते ग़ौर किया जाये तो प्रेग्नेंसी की संभावनाएँ बढ़ायी जा सकती हैं. अगर आप भी प्रेग्नेंसी प्लान करने करने (Pregnancy conceive karne ke upay) के बारे में सोच रहे हैं, तो यह आर्टिकल आपके लिए ही है. इस आर्टिकल के ज़रिये आपको बताएँगे कि आप किन उपायों (Pregnancy conceive kaise kare) की मदद से गर्भधारण कर सकते हैं लेकिन उससे पहले आपको बताते हैं कि गर्भधारण का असल अर्थ (Conceive meaning in Hindi) क्या होता है.
गर्भधारण एक संस्कृत शब्द है, जिसका अर्थ होता है (Hindi meaning of conceived)- 'गर्भ' (fetus) का धारण .गर्भधारण (Conceive in Hindi) एक महिला के शरीर में एक नन्ही-सी जान के जन्म के शुरुआत की प्रोसेस होती है.
चलिए अब आपको बताते हैं कि प्रेग्नेंसी कंसीव करने के लिए उपाय (Pregnancy conceive karne ke upay) क्या होते हैं या किन बातों को ध्यान में रखकर आप प्रेग्नेंसी की संभावनाओं को बढ़ा सकते हैं!
डॉक्टर्स की मानें तो प्रेग्नेंसी की सही उम्र 18 से 28 साल के बीच होती है. दरअसल, इस समय महिलाओं का शरीर गर्भधारण के लिए पूरी तरह से तैयार होता है. वहीं अगर 35 साल की उम्र में प्रेग्नेंसी की प्लानिंग की जाती है, तो गर्भधारण की संभावनाएँ लगभग आधी हो जाती हैं. ऐसे में सबसे पहले आप यह तय कर लें कि आपको किस उम्र में प्रेग्नेंसी प्लान करना है. अगर आपकी उम्र ज़्यादा है, तो ऐसी स्थिति में आपको डॉक्टर से परामर्श करना चाहिए.
अगर आप जल्दी गर्भधारण करना चाहते हैं, तो अपने मासिक चक्र को ट्रैक करना शुरू कर दें. अनियमित पीरियड्स होने पर आपको अपने डॉक्टर से परामर्श करना चाहिए. ध्यान रखें कि गर्भधारण के लिए पीरियड्स का नियमित होना ज़रूरी है. इसके अलावा, ओव्यूलेशन पीरियड्स में संबंध बनाने की कोशिश करें. दरअसल, इस समय संबंध बनाने से गर्भधारण की संभावनाएँ बढ़ जाती हैं.
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अगर आप प्रेग्नेंसी प्लान करना चाहते हैं, तो अपनी डाइट पर नज़र डालें, क्योंकि आपकी डाइट का सीधा असर आपकी फर्टिलिटी पर होता है. आयरन और कैल्शियम की कमी के कारण गर्भधारण की संभावनाएँ हो जाती हैं.
एक्सरसाइज का फर्टिलिटी पर बहुत ही पॉजिटिव असर होता है. ऐसे में आपको अपने डेली रूटीन में थोड़ा-सा बदलाव कर लेना चाहिए; जैसे कि अगर आप लिफ्ट की बजाय सीढ़ियों से चढ़ सकते हैं, कोई डांस क्लास जॉइन कर सकते हैं, या फिर दौड़ना शुरू कर सकते हैं.
अधिक वज़न होने की स्थिति में गर्भधारण में कई तरह की समस्याएँ आने लगती हैं. इसलिए अगर आप फैमिली प्लान का मन बना रहे हैं, तो आज ही से अपने वज़न पर कंट्रोल करना शुरू कर दें.
अगर फैमिली प्लान करने का मन बना लिया है, तो गर्भनिरोधक उपायों को ना कहें. गर्भनिरोधक गोलियों के सेवन से गर्भधारण पर नेगेटिव असर होता है. दरअसल, गर्भनिरोधक गोलियों के लगातार इस्तेमाल से ओव्यूलेशन की प्रक्रिया प्रभावित होती है.
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माना कि आज की फास्ट लाइफ में तनाव होना आम बात है, लेकिन इसका मतलब यह तो नहीं कि आप छोटी-छोटी बातों को लेकर परेशान होने लगें. बातों को अपने दिल से लगाना छोड़ दें, जितना हो सकें, खुश रहने की कोशिश करें. अपने दोस्तों से बात करें, अच्छा म्यूज़िक सुनें. अपने लिए थोड़ा समय निकालें और अपने पति के साथ कहीं बाहर घूमने जाएँ.
काम के दबाव और तनाव के कारण कई लोग सिगरेट और शराब पीने लगे हैं. इसके चलते फर्टिलिटी से संबंधित कई तरह की समस्याएँ सामने आने लगी हैं. ऐसे में अगर आप फैमिली प्लानिंग के बारे में सोच रहे हैं, तो किसी भी तरह का नशा न करें.
तो ये थे वे उपाय जिनकी मदद से आप गर्भधारण की संभावनाओं को बढ़ा सकते हैं.
अगर आप जल्दी कंसीव करना चाहते हैं तो अपने ओव्यूलेशन और मासिक धर्म चक्र को ट्रैक करें. सही समय पर संबंध बनाएँ. स्ट्रेस से दूरी बनाएँ. हेल्दी डाइट और एक्सरसाइज फॉलो करें. इसके अलावा, प्रीकंसेप्शन काउंसलिंग के लिए आप डॉक्टर से भी बात कर सकते हैं.
रेफरेंस
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2. Gaskins AJ, Chavarro JE. (2018). Diet and fertility: a review.
3. Skoracka K, Ratajczak AE, Rychter AM, et al. (2021). Female Fertility and the Nutritional Approach: The Most Essential Aspects.
4. Sharma R, Biedenharn KR, Fedor JM, Agarwal A. (2013). Lifestyle factors and reproductive health: taking control of your fertility.
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Written by
Shaveta Gupta
An expert in content marketing, Shaveta is an alumnus of IIT, Bombay, she knows what the audience is looking for. Mother of a 6 year old, she has been instrumental in planning the content strategy at Mylo.
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