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    Benefits of Butterfly Exercise During Pregnancy in Hindi | प्रेग्नेंसी में बटरफ्लाई एक्सरसाइज करने के 11 फ़ायदे

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    Benefits of Butterfly Exercise During Pregnancy in Hindi | प्रेग्नेंसी में बटरफ्लाई एक्सरसाइज करने के 11 फ़ायदे

    14 September 2023 को अपडेट किया गया

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    प्रेगनेंसी का पीरियड सुखद, उत्साह और संभावनाओं से भरा होता है। पर कई महिलाओं के लिए यह स्ट्रेस और एंग्जायटी का पीरियड भी हो सकता है। प्रीनेटल एक्सरसाइज या योगा इन बुरी फीलिंग्स को शांत करने और शरीर और दिमाग को बच्चे के जन्म के लिए तैयार करने में सपोर्ट कर सकते हैं।
    ऐसी एक्सरसाइज जो विशेष रूप से प्रेग्नेंट महिलाओं के लिए बनाई जाती हैं, उन्हें प्रीनेटल एक्सरसाइज कहते हैं। यह स्टेमिना, फ्लेक्सिबिलिटी और ताकत बढ़ाने के साथ-साथ आपके स्ट्रेस और एंग्जायटी लेवल को कम करने में मदद कर सकता है। प्रेगनेंसी के दौरान बटरफ्लाई एक्सरसाइज ऐसी एक्सरसाइज है जिसके प्रेगनेंसी के दौरान बहुत ज्यादा बेनिफिट्स होते हैं।
    हम इस हेल्थ ब्लॉग में प्रेगनेंसी के दौरान बटरफ्लाई पोज के फायदों के बारे में डिटेल में जानेंगे।

    बटरफ्लाई पोज कैसे बनाएं
    How to perform the butterfly pose

    बटरफ्लाई पोज उन स्ट्रेचिंग एक्सरसाइज में से एक है, जो अक्सर प्रेग्नेंट महिलाओं को करने सलाह दी जाती है। हिप्स, पेल्विस, और कमर रीजन, जो प्रेगनेंसी के दौरान अकड़ सकते हैं, इस आसान लेकिन कारगर स्ट्रेच की मदद से खोले जा सकते हैं। इसके अतिरिक्त, बटरफ्लाई पोज सर्कुलेशन को बढ़ा सकता है और पीठ के निचले हिस्से में दर्द कम कर सकता है। जो प्रेग्नेंट महिलाएं बटरफ्लाई योगा पोज़ प्रेगनेंसी में करना चाहती हैं, उन्हें यह करना चाहिए:
    अपने पैरों को अपने सामने और अपनी स्पाइन को सीधा करके फर्श पर बैठ जाएं।
    घुटनों को मोड़ते हुए पैरों की एड़ियों को आपस में मिला लें।
    अपने हाथों से पैरों या टखनों को पकड़ें।
    अपनी थाइस को फर्श पर नीचे लाने के लिए नीचे की तरफ हल्का प्रेशर डालें।
    इनर थाइस और पेल्विस में स्ट्रेच महसूस होना चाहिए।
    रिलेक्स होने से पहले इस पोज़ में 30 से 60 सेकंड तक रहें।
    इसे कुछ एक बार दोहराएं
    ध्यान रखें कि केवल वही करें जिसमे आराम महसूस हो और अपने शरीर पर ध्यान केंद्रित करें। ।

    ये भी पढ़े : प्री-बर्थ या पेरेंटिंग क्लासेज़- 7 फायदे जो आपको रखें बेबी के लिए हरदम तैयार

    प्रेगनेंसी में बटरफ्लाई एक्सरसाइज के 11 बेनिफिट्स
    11 Butterfly Exercise Benefits In Pregnancy

    प्रेगनेंसी के दौरान बटरफ्लाई पोज के कुछ अमेजिंग बेनिफिट्स नीचे दिए गए हैं:

    #1 नॉर्मल डिलीवरी : पेल्विस के आसपास की मसल्स और लिगामेंट्स के सहारे बटरफ्लाई पोज से शरीर को नॉर्मल डिलीवरी के लिए तैयार होने में मदद मिलती है।
    #2 रिलेक्सेशन : प्रेगनेंसी के दौरान, बटरफ्लाई पोज रिलैक्स करने और स्ट्रेस कम करने का एक शानदार तरीका है। यह हेल्थी फीलिंग्स को बढ़ावा देता है और एंग्जायटी को कम करता है।
    #3 बेहतर सर्कुलेशन : प्रेग्नेंट महिला के टांगे और पैर, जो कभी-कभी सूज जाते हैं, उनमें बटरफ्लाई पोज से बेहतर ब्लड सर्कुलेशन बना कर फायदा ले सकते हैं।
    #4 कमर दर्द कम करता है: कमर दर्द, प्रेगनेंसी के दौरान अक्सर होने वाली शिकायत है, जो बटरफ्लाई पोज से कम की जा सकती है।
    #5 स्ट्रेस कम करता है: बटरफ्लाई पोज आराम करने और स्ट्रेस के लेवल को कम करने का एक शानदार तरीका है। यह एंग्जायटी को कम करने और हेल्थी फीलिंग्स को बढ़ाने में मदद कर सकता है।
    #6 फ्लेक्सिबिलिटी बढ़ाता है: प्रेगनेंसी के दौरान डेवलप होने वाले हिप्स और पेल्विस की जकड़न को बटरफ्लाई पोज द्वारा और ज्यादा फ्लेक्सिबल बना कर बचा जा सकता है।
    # 7अवेयरनेस बढ़ाता है: मेडिटेशन के दौरान लंबे समय तक बैठने के लिए और अंदरूनी अवेयरनेस पैदा करने के लिए अपने शरीर को तैयार करने के लिए, बटरफ्लाई पोज ट्राई करें। इसे लंबे समय तक दोहरा कर, आप मन में आने वाली बुरी और बेचैन करने वाली फीलिंग्स को दूर करना सीख सकते हैं।
    # 8 प्रेशर कम करता है: आपकी पीठ के निचले हिस्से, हिप्स और इनर थाइज के फ्लेक्सिबल होने के साथ, बटरफ्लाई पोज दर्द को कम करने और आपको सब तरह से बेहतर महसूस कराने में मदद कर सकता है। इसके अतिरिक्त, यह सुखद और आरामदायक हो सकता है, जो स्ट्रेस को कंट्रोल करने और ख़त्म करने में आपकी मदद कर सकता है।
    #9 डिप्रेशन में मदद करता है: स्ट्रेचिंग को रूटीन का पार्ट बना कर, बटरफ्लाई पोज करने से आपका उत्साह बढ़ सकता है और डिप्रेशन कम हो सकता है।
    #10 मसल्स को मजबूत बनाता है: पेल्विस की मसल्स, जो प्रेगनेंसी के दौरान कमजोर हो सकती हैं, बटरफ्लाई पोज से मजबूत होती हैं। हिप्स, पेल्विस, और कमर रीजन, जो प्रेगनेंसी के दौरान अकड़ सकते हैं, इस आसान लेकिन बेहतर स्ट्रेचिंग की मदद से खोले जा सकते हैं।
    #11 गैस से राहत: गैस से राहत दिलाने और डाइजेशन अच्छा बनाने के मामलों में बटरफ्लाई पोज भी कारगर साबित हो सकता है।

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    बटरफ्लाई पोज़ कई तरह के होते हैं
    Various butterfly poses variations

    बटरफ्लाई पोज़ कई तरह के होते हैं। आप इन पोज़ को अलग-अलग कर सकते हैं या बटरफ्लाई पोज़ की एक सीरीज बनाने के लिए उन्हें कंबाइन कर सकते हैं।
    फ्रंट बटरफ्लाई पोजीशन में झुकना: अपने फोरहेड या अपने टोरसो के सपोर्ट देने के लिए, आप ब्लॉक और कुशन रख सकते हैं या मसनद का इस्तेमाल कर सकते हैं।
    लेटते समय बटरफ्लाई पोज़: अपनी स्पाइन के साथ या अपने कंधों के नीचे, आप एक कुशन या बोल्स्टर रख सकते हैं। झुकने में सपोर्ट लेने के लिए, आप कुशन और ब्लॉक का भी इस्तेमाल कर सकते हैं।
    दीवार के ऊपर टांगों के साथ बटरफ्लाई पोज: बटरफ्लाई पोज का यह वर्शन स्पाइन को सहारा देता है और पीठ के निचले हिस्से में दर्द से परेशान लोगों के लिए बहुत बढ़िया है।

    क्या बटरफ्लाई पोज़ लेबर इंडक्शन में सहायता करता है?
    Does the butterfly pose aid in labor induction?

    पहले कॉन्ट्रैक्शंस के शुरू होने के बाद बटरफ्लाई एक्सरसाइज अर्ली लेबर प्रोग्रेस में मदद कर सकता है, जबकि दूसरे लेबर की शुरुआत को बढ़ावा दे सकते हैं।

    क्या बटरफ्लाई पोज की प्रेक्टिस करने से हेल्थी डिलीवरी होने में बेनिफिट होता है?
    Does practicing the butterfly pose benefit a healthy delivery?

    अगर आप गारंटेड नॉर्मल डिलीवरी की उम्मीद कर रही हैं तो रेगुलर एक्सरसाइज इसका सबसे अच्छा तरीका है। प्रेगनेंसी के दौरान शुरुआत से ही, चलने के अलावा, प्रीनेटल एक्सरसाइज आपकी दिनचर्या का हिस्सा होना चाहिए और यह नॉर्मल डिलीवरी के लिए बहुत फायदेमंद पोज़ भी है। पेल्विस रीजन में सर्कुलेशन इसी के सपोर्ट से मिलता है। इसके अतिरिक्त, यह हिप जॉइंट मोबिलिटी को बढ़ाने में मदद करता है और इनर थाइज और बटोक्स को मजबूत करता है।

    References

    1. Rakhshani A, Nagarathna R, Mhaskar R, Mhaskar A, Thomas A, Gunasheela S. (2015). Effects of yoga on utero-fetal-placental circulation in high-risk pregnancy: a randomized controlled trial. Adv Prev Med.

    2. Curtis K, Weinrib A, Katz J. (2012). Systematic review of yoga for pregnant women: current status and future directions. Evid Based Complement Alternat Med.

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    Written by

    Parul Sachdeva

    A globetrotter and a blogger by passion, Parul loves writing content. She has done M.Phil. in Journalism and Mass Communication and worked for more than 25 clients across Globe with a 100% job success rate. She has been associated with websites pertaining to parenting, travel, food, health & fitness and has also created SEO rich content for a variety of topics.

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