Diapering
12 September 2023 को अपडेट किया गया
अपने बच्चे को सुरक्षित और सेहतमंद रखने के लिए माता पिता कुछ भी करने को तैयार रहते हैं। नए माता पिता धीरे धीरे बच्चे के हिसाब से ढल पाते हैं और उसकी जरूरतों को समझ पाते हैं कि वह किस चीज़ में खुश और सहज महसूस कर पा रहा है। वे अपने नन्हे मुन्ने के साथ घर पर हों या यात्रा कर रहे हों, उन्हें नई चुनौतियों का सामना करना पड़ता है। बच्चे के साथ सुविधाजनक तरीके से यात्रा करने के लिए आपको प्लानिंग की जरूरत पड़ती है। हालांकि, आज कल माता पिता का जीवन सरल बनाने के लिए बच्चों के कई तरह के उत्पाद बाजार में आ चुके हैं। इनमें से डिस्पोजल डाइपर, खास जरूरतों में से एक है। लेकिन क्या यह बच्चों के लिए सुरक्षित है? इस लेख में आपको इस बेबी केयर उत्पाद के बारे में विस्तार से जानकारी मिलेगी।
यात्रा के दौरान बच्चों के लिए डिस्पोजेÞबल डाइपर इस्तेमाल करने के कई फ़ायदे हैं। ये सुविधाजनक होते हैं और इन्हें इस्तेमाल करना बेहद आसान होता है साथ ही इन्हें स्टोर करना और डिस्पोज़ करना भी आसान होता है। डिस्पोजेबल डाइपर से डाइपर रैश नहीं आते, क्योंकि कपड़े के डाइपर की तुलना में इनमें लीक होने की संभावना बेहद कम होती है। डिस्पोजेबल डाइपर में इस्तेमाल होने वाला मटीरियल नमी को सोख लेता है और 12 घंटों तक बच्चो को सूखा और साफ बनाए रखता है। सच बात तो यह है कि उन्हें धोया नहीं जाता और हर इस्तेमाल के बाद उन्हें फेंक देने के कारण ये डे केयर और बेबीसिटर के लिए सुविधाजनक बन जाते हैं।
सबसे पहली बात तो डिस्पोजेबल डाइपर महंगे होते हैं इसलिए ये आपकी जेब पर भारी पड़ सकते हैं। दूसरी बात यह है कि ये बहुत बड़ा कचरा बन जाते हैं जो न ही बायोडिग्रेडेबल होते हैं और न ही इन्हें रीसाइकिल किया जा सकता है। कुछ माता पिता को लगता है कि कपड़े के नैपी की तुलना में डिस्पोज़ेबल डाइपर उनके बच्चे के लिए असुविधाजनक हैं। साथ ही बच्चों के लिए बनने वाले डिस्पोजेबल डाइपर में इस्तेमाल होने वाला मटीरियल और केमिकल भी बच्चों की सेहत के लिए चिंता की बात है।
ऐसा कोई अध्ययन नहीं है जो यात्रा के दौरान डिस्पोजेबल डाइपर के खतरे के बारे में बताता हो, लेकिन कुछ खतरों की संभावना जरूर होती है। डिस्पोजेबल डाइपर में केमिकल होते हैं जो बच्चे की सेहत को प्रभावित कर सकते हैं और इनसे रैश और खुजली होने का खतरा बना रहता है। जो लोग डिस्पोज़ेबल डाइपर के असुरक्षित होने के लिए चिंतित रहते हैं वे कपड़े के डाइपर का इस्तेमाल करना बेहतर समझते हैं। साथ ही पर्यावरण को बचाए रखने के लिए डाइपर को सही तरह से फेंकने की जरूरत भी पड़ती है। गलत तरीके से फेंका गया डिस्पोजेÞबल डाइपर बीमारियों के फैलने का कारण बन जाता है और ये अपनी ओर कीड़े मकौड़ों को आकर्षित करने लगते हैं।
जब बात डिस्पोज़ेबल डाइपर की हो, तो बच्चे के साइज़ और वजन के हिसाब से सही साइज़ वाला डाइपर चुनना जरूरी होता है।
अच्छी बात यह है कि ज्यादातर डिस्पोज़ेबल डाइपर अलग अलग साइज़ में आते हैं, इसलिए माता पिता अपने बच्चे के लिए उपयुक्त डाइपर चुन सकते हैं। इसलिए, डाइपर खरीदने से पहले पैकेट पर मौजूद साइज़ चार्ट को देखना समझदारी होगी।
अगर दंपत्ति आठ महीने से कम उम्र के बच्चे के साथ यात्रा कर रहे हैं, तो उन्हें डिस्पोज़ेबल डाइपर की जगह कपड़े के डाइपर इस्तेमाल करने चाहिए। ऐसा इसलिए क्योंकि नवजात को दिन में कई बार डाइपर बदलने की जरूरत पड़ती है, ऐसे में डिस्पोज़ेबल डाइपर आपके लिए महंगे पड़ सकते हैं।
आप चाहें दिन में कितनी बार भी बच्चे का डाइपर बदलें, ध्यान रखने वाली बात यह है कि बच्चे के अंग नया डाइपर पहनने से पहले साफ़ और सूखे होने चाहिए। आप चाहें कपड़े का डाइपर इस्तेमाल करें या डिस्पोजÞेबल डाइपर, आपको हर थोड़ी देर में उसे देखते रहना है कि कहीं डाएपर लीक तो नहीं कर रहा, या फिर उससे बच्चे की त्वचा लाल न पड़ रही हो या उसे खुजली महसूस न हो रही हो। बच्चे को असहज महसूस होने से बचाने के लिए यात्रा के दौरान आपने साथ पर्स में रैश पर लगाने वाली क्रीम जरूर रखें। बच्चे के डाइपर को बदलने का सबसे अच्छा नियम है कि यात्रा के दौरान आपको उसे हर दो से तीन घंटे में बदल देना चाहिए।
बाकी कई चीजों की तरह डिस्पोजेबल डाइपर के कुछ नुकसान फायदे हैं। अगर माता पिता डिस्पोजेबल डाइपर का इस्तेमाल करना चाहते हैं, तो उन्हें यात्रा के दौरान अपने साथ बहुत सारे डाइपर रखने चाहिए जिससे वे किसी तरह की परिस्थिति में, उन्हें आसानी से बार बार बदल सकें और जिम्मेदारी से उनका निस्तारण कर सकें। ये बात पूरी तरह माता पिता पर निर्भर करती है कि छोटे बच्चे के साथ यात्रा करते वक्त वे डिस्पोजेबल डाइपर का इस्तेमाल करना चाहते हैं या नहीं। वे इसे अपनी सुविधा, जीवनशैली और बजट के हिसाब से चुन सकते हैं।
बेबी केयर और शिशु का ख्याल रखने के और भी टिप्स के लिए, मायलो स्टोर में ब्लॉग्स पढ़ें। बच्चे की देखरेख और पोस्टपार्टम के अलावा यहां गर्भवती माओं को भी अपने तीनों ट्रेमेस्टर के दौरान अपनी सेहत का ख्याल रखने और डाइट के टिप्स मिल जाएंगे।
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Written by
Priyanka Verma
Priyanka is an experienced editor & content writer with great attention to detail. Mother to an 11-year-old, she's a ski
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