Ovulation
18 September 2023 को अपडेट किया गया
फीमेल रिप्रोडक्टिव सिस्टम में प्रेग्नेंसी और ओव्यूलेशन (ovulation) एक दूसरे से जुड़ी हुई प्रक्रिया है. यह हर एक मेंस्ट्रूअल साइकिल (menstrual cycle) में एक बार होती है जिस दौरान गर्भधारण की संभावनाएँ बेहद बढ़ जाती हैं. फैमिली प्लान करने वाले कपल्स को यदि ओव्यूलेशन की पूरी जानकारी हो और हर महीने वो इसे ट्रैक करें तो इससे उन्हें बिना रुकावट नेचुरल तरीक़े से गर्भधारण करने में मदद मिल सकती है.
महिलाओं में मेंस्ट्रुअल साइकिल के दौरान हर बार ओवरीज़ से एग निकलता है और ट्रेवल करते हुए फैलोपियन ट्यूब (fallopian tubes) में आता है. एग रिलीज़ होने की इस प्रक्रिया को ओव्यूलेशन (Ovulation meaning in Hindi) कहते हैं और इस दौरान अगर सेक्स होता है तो स्पर्म्स इस अंडे से जाकर मिलते हैं और अंडा फर्टिलाइज़ हो जाता है. ये फर्टिलाइज्ड एग अब आगे यूट्रस की ओर बढ़ता है और उसकी अंदरूनी सतह में जाकर चिपक जाता है जिसे इंप्लांटेशन (implantation) कहते हैं और इसके बाद प्रेग्नेंसी कंफर्म हो जाती है. फर्टिलाइज़ेशन न होने पर यह अंडा टूट जाता है और मेंस्ट्रुएशन के दौरान गर्भाशय की सतह भी टूट कर पीरियड्स के रूप में बाहर निकल जाती है. ओव्यूलेशन वाकई महत्वपूर्ण है क्योंकि प्रेग्नेंसी ओव्यूलेशन के दौरान निकालने वाले एग के बिना नहीं हो सकती.
ओव्यूलेशन को आप कई तरीक़ों से ट्रैक कर सकते हैं. आइये जानते हैं इन में से कुछ सबसे ज़्यादा प्रचलित तरीक़ों के बारे में.
इस तरीक़े में आप अपने मेंस्ट्रूअल साइकिल की डेट्स को नोट करें और उसके बाद के दिनों की गिनती से अपने ओव्यूलेशन डेट का पता लगा सकते हैं. अमूमन ये पीरियड्स शुरू होने के बारहवें या सोलहवें दिन के बीच में होता है.
इसके लिए आप रोज़ सुबह उठने के बाद अपना बॉडी टेम्परेचर लें. क्योंकि ओव्यूलेशन के दौरान बीटी में थोड़ी बढ़ोतरी होती है इसलिए बीटी बढ़ने का मतलब है ओव्यूलेशन की संभावना.
टेक्नोलॉजी के इस जमाने में आप स्मार्टफोन एप्स की मदद से भी अपने ओव्यूलेशन की एक्सपेक्टेड डेट और फर्टाइल डेज़ का पता लगा सकते हैं.
इसके अलावा ओव्यूलेशन डेट का पता लगाने का एक और आसान तरीक़ा है ओव्यूलेशन किट. आइये जानते हैं क्या होती है ओव्यूलेशन किट (Ovulation kit kya hoti hai) और इसका इस्तेमाल कैसे किया (Ovulation kit ko kese use karte hai?) जाता है.
ओव्यूलेशन किट (Ovulation test kit) बाज़ार में मिलने वाली एक डिवाइस है जिससे ओव्यूलेशन की संभावित तारीख की पहचान करने में मदद मिलती है. इस किट के दो हिस्से होते हैं. पहला, एक खास तरह के एन्जाइम से बना हुआ कप और एक ओव्यूलेशन स्ट्रिप. इस में यूरिन सैंपल के द्वारा ओव्यूलेशन का पता लगाया जा सकता है. आइये अब जानते हैं कि ओव्यूलेशन टेस्ट किट कैसे काम करती है.
यह टेस्ट किट (Ovulation test kit) एक खास तरह के हॉर्मोन की पहचान के लिए बनाई गयी है जो किसी भी महिला के शरीर में ओव्यूलेशन के दौरान पैदा होता है. इसे लुटेनाइजिंग हार्मोन (एलएच) कहा जाता है और यूरिन के सैंपल को किट में डालकर इसके बढ़े हुए लेवल को मापा जाता है. एलएच का बढ़ा हुआ लेवल ओव्यूलेशन की तारीख के आसपास होने का संकेत देता है. इस किट से सही नतीजे प्राप्त करने के लिए ये ज़रूरी है कि आप इसका इस्तेमाल सही तरह से करें. अब आपको बताते हैं इसको यूज़ करने का सही तरीका.
ओव्यूलेशन किट का इस्तेमाल करना (Ovulation kit use in Hindi) बहुत ही आसान है. ओव्यूलेशन टेस्ट किट (Ovulation kit) का उपयोग करने से पहले आपको बस इन बातों का ध्यान रखना चाहिए.
इसके इस्तेमाल का थंब रूल है सही समय और तारीख़ का चुनाव. इसके लिए अपने पीरियड्स की डेट से 10-14 दिन गिनें क्योंकि इसी बीच ओवेरीज़ से एग रिलीज़ होगा.
टेस्ट किट का इस्तेमाल साफ़ और स्वच्छ जगह पर ही करें.
यूरिन सैंपल लेने के लिए एक साफ़ ट्रांसपेरेंट कप या कलेक्शन कंटेनर लें.
अब किट पर दिये गए निर्देशों के अनुसार यूरिन सैंपल को टेस्ट स्ट्रिप पर डालें और कुछ सेकंड तक इंतज़ार करें.
अंत में टेस्ट स्ट्रिप पर पॉजिटिव या नेगेटिव रिजल्ट्स को चेक करें.
तो अब आप जान गए होंगे कि ओव्यूलेशन किट क्या होता (Ovulation kit kya hoti hai) और इसे कैसे यूज़ करते हैं (Ovulation kit ko kese use karte hai?). आगे हैं ओव्यूलेशन से जुड़े कुछ सवालों के जवाब.
जवाब : ओव्यूलेशन के दौरान शरीर में होने वाले लक्षण (ovulation symptoms in Hindi) हर महिला में अलग हो सकते हैं जैसे कि-
जवाब : जी नहीं, ओव्यूलेशन किट से प्रेग्नेंसी का पता नहीं लग सकता. ओव्यूलेशन किट से आप को अपने फर्टाइल पीरियड का पता चलता है और अगर आप प्रेग्नेंसी की जाँच करना चाहते हैं, तो आपको प्रेग्नेंसी टेस्ट किट का यूज़ करना होगा.
जवाब: अगर आपके पास किट उपलब्ध नहीं है तो आप इन तरीक़ों और लक्षणों के आधार पर ओव्यूलेशन का पता लगा सकते हैं.
इसे भी पढ़ें : लेट ओव्यूलेशन के क्या कारण होते हैं?
अगर आप बेबी प्लानिंग कर रहे हैं तो आपको अपने ओव्यूलेशन के दिनों की सटीक जानकारी होने से गर्भधारण में बहुत मदद मिल सकती है. जहाँ घरेलू तरीक़ों से ओव्यूलेशन का सिर्फ़ अनुमान लगाया जा सकता है वहीं सटीक नतीजों के लिए आप ओव्यूलेशन टेस्ट किट (Ovulation test kit) का प्रयोग करें जिससे इसे बारीकी से ट्रैक करने में मदद मिलेगी.
1. Su HW, Yi YC, Wei TY, Chang TC, Cheng CM. (2017). Detection of ovulation, a review of currently available methods.
2. Johnson S, Stanford JB, Warren G, Bond S, Bench-Capon S, Zinaman MJ. (2020). Increased Likelihood of Pregnancy Using an App-Connected Ovulation Test System: A Randomized Controlled Trial.
Ovulation in English, Ovulation in Telgu, Ovulation in Bengali
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kavitauprety
kavitauprety
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