Constipation
12 December 2022 को अपडेट किया गया
कई बार शिशु में कब्ज़ की समस्या होने लगती है. इसके लिए सबसे पहले यह जानना ज़रूरी है कि आपके बच्चे का दस्त करने का सामान्य सिस्टम क्या है? आमतौर पर वह खाने के बाद हर बार पॉटी करता है या एक दिन या उससे ज़्यादा वक़्त लेता है. बच्चे का ये पैटर्न इस बात पर निर्भर करता है कि वह क्या खाता-पीता है, कितना एक्टिव है और कितनी जल्दी खाना पचाता है. अगर आपका बच्चा फॉर्मूला मिल्क लेता है या सॉलिड फूड खाता है तो वह दिन में एक ही बार पॉटी करेगा. अगर आपका बच्चा स्तनपान करता है, तो उसका कोई नियमित शैड्यूल नहीं होता है.
सॉलिड खाना खाने से बच्चे को हल्की कब्ज़ हो सकती है. यह चावल के आटे की वजह से होता है, जो बच्चे का पहला खाना है. इसमें फाइबर कम होता है. जब आप अपने बच्चे को स्तनपान करवाना छुड़वाने लगती हैं, तब भी कब्ज़ हो सकती है, क्योंकि इससे बच्चे में डिहाइड्रेशन होने लगता है.
स्तनपान करवाने से बच्चों में कब्ज़ की परेशानी कम होती है क्योंकि इसमें फैट और प्रोटीन का सही संतुलन होता है. इससे पॉटी सॉफ्ट होती है, चाहे फिर आपके शिशु ने कई दिनों में दस्त किए हो. अगर आपका बच्चा फॉर्मूला मिल्क लेता है तो इसमें पाए जाने वाले कुछ तत्वों की वजह से उसे कब्ज़ होने की संभावना हो सकती है.
अगर आपका बच्चा डिहाइड्रेट होता है तो वह जो भी खाता-पीता है, वो सब कुछ उसकी आंतों के अपशिष्ट से उसका तंत्र लिक्विड अवशोषित करने लगता है. इससे कठोर और सूखी दस्त होती है, जिसे निकालने में परेशानी होती है.
हाइपोथाइरॉइडिज़्म, बोटुलिज़्म, किसी विशेष खाने से एलर्जी और मेटाबॉलिज्म डिसऑर्डर जैसी मेडिकल कंडीशन के चलते भी कब्ज़ हो सकती है. हालांकि यह बहुत कॉमन नहीं है.
बच्चे की कब्ज से राहत के लिए आप ये उपाय अपना सकते हैं-
अगर आपका बच्चा घुटनों के बल चलता है तो उसे थोड़ा और आगे बढ़ने के लिए प्रोत्साहित करें. अगर वह घुटनों के बल नहीं चलता है तो उसके पैरों को पंप करने की कोशिश करें. अगर वह पीठ के बल लेटा है तो उसके पैरों को साइकिल की तरह मूव करें.
उसकी नाभि के नीचे की तरफ बाईं ओर तीन अंगुलियों की चौड़ाई पर अपनी अंगुलियों की टिप्स से हल्का दबाव डालें. वहाँ तब तक दबाव डालें, जब तक आपको थोड़ी स्थिरता ना लगे. 3 मिनट तक धीरे, लेकिन लगातार दबाव डालें.
03. सही ब्राण्ड का करें चयन
अगर आप अपने बच्चे को फॉर्मूला दे रही हैं तो अपने डॉक्टर से उसे कोई और ब्रांड देने के बारे में पूछे. फॉर्मूला में डार्क कॉर्न सिरप मिलाने से भी कब्ज में राहत मिलती है. इसके लिए फॉर्मूला के 4 औंस में ¼ छोटी चम्मच सिरप डालें. अगर इससे फर्क नहीं पड़ता है तो आप इसकी मात्रा बढ़ा सकते हैं. ध्यान रहे कि 4 औंस में 1 छोटे चम्मच से ज़्यादा सिरप ना हो.
अगर आपका बच्चा अलग-अलग तरह का सॉलिड फूड खाने जितना बड़ा हो जाता है तो उसे चावल, केले और पके हुए गाजर जैसे कब्ज बनाने वाले पदार्थ ना दें. इस समस्या को कम करने के लिए आप बच्चे को सूखा आलूबुखारा, खुबानी या नाशपाती की प्यूरी दे सकती हैं. इसके लिए पहले अपने बच्चे के पेट की मालिश करें और फिर फाइबर से भरपूर खाना दें.
अगर आपका बच्चा कठोर और सूखी पॉटी करता है, जिसमें हल्का खून या वहां की स्किन के आस-पास दरारें आने लगती है, तो आप इस पर एलोवेरा लोशन लगाएं. उस स्किन को साफ और सूखा रखें और डॉक्टर से इस बारे में सलाह लें.
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Written by
Jyoti Prajapati
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