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Baby Care
6 December 2023 को अपडेट किया गया
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जन्म के बाद के शुरुआती महीनों में तेल मालिश बच्चे के लिए सबसे अच्छा ट्रीटमेंट है फिर चाहे गर्मी हो या सर्दी. नहलाने से ठीक पहले बच्चे की तेल मालिश से ब्लड सर्कुलेशन बढ़ता है तथा बच्चे के फिज़िकल और मेन्टल डेवलपमेंट में मदद मिलती है. आइये जानते हैं गर्मी के मौसम में मालिश के कुछ मुख्य फ़ायदों के बारे में.
गर्मियों में बच्चे की तेल मालिश (baby massage oil for summer in Hindi) करने से वो रिलेक्स महसूस करता है और उसे ऐसे कई फ़ायदे मिलते हैं, जो उसकी स्किन, हड्डियों और मसल्स पर अच्छा प्रभाव डालते हैं; जैसे कि -
छोटे बच्चों की स्किन सेंसिटिव होती है जो साबुन, पानी और मौसम से तुरंत प्रभावित होती है. तेल मालिश बच्चे की इस कोमल स्किन की सबसे अंदरूनी परत तक पोषक तत्वों को पहुंचाकर उसे हाइड्रेटेड रखती है. मालिश से ब्लड सर्कुलेशन बढ़ता है जिससे स्किन टिश्यू मजबूत होते हैं.
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बच्चे की मांसपेशियों को मजबूत बनाने में भी मालिश का बड़ा अच्छा प्रभाव पड़ता है. बच्चे की तेल मालिश करने से उसकी मसल्स रिलेक्स होती हैं जिससे उसकी नींद की क्वालिटी में भी सुधार आता है. मालिश करने के बाद बच्चा शांत और अच्छा फील करता है.
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बच्चे की तेल मालिश करने से उसके डाइजेशन को बेहतर बनाने में मदद मिलती है तथा इससे गैस और पेट दर्द में भी राहत मिलती है. कुछ ख़ास तरह के स्ट्रोक लगाने से बच्चे की कब्ज़ भी दूर हो सकती है. इसी तरह बच्चे के पैरों को घुटनों से मोड़कर पेट की तरफ़ ले जाने से पेट की गैस तुरंत निकल जाती है.
शिशु की मालिश उसकी हड्डियों और मांसपेशियों को मजबूत बनाती है जिससे उसके विकास में मदद मिलती है. ऐसा देखा गया है कि जिन बच्चों की अच्छी तरह मालिश होती है वो एक वर्ष का होने से पहले ही सरकना और चलना शुरू कर देते हैं.
बच्चे की तेल मालिश के दौरान होने वाले आई कॉटेक्ट, मुस्कराहट, बातों और प्यार भरे स्पर्श तथा दुलार के द्वारा उसका माँ के साथ जुड़ाव बढ़ता है. इसके अलावा तेल मालिश करने से कोशिकाओं में ऑक्सीजन और पोषक तत्वों का फ्लो बढ़ जाता है जिससे साँस लेने का पैटर्न विकसित होता है और फेफड़े मजबूत बनते हैं. यह कई तरह के हार्मोनल फ्लो को भी बढ़ाता है, जिसमें वज़न बढ़ाने में मदद करने वाले हार्मोन भी शामिल हैं. इसके साथ ही तेल मालिश मस्तिष्क में न्यूरॉन्स को बढ़ने के लिए प्रेरित करता है जिससे कॉग्निटिव डेवलपमेंट इंप्रूव होता है.
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आपके मन में भी शायद यह सवाल आता होगा कि गर्मियों में बच्चों की मालिश किस तेल से करनी चाहिए. आप कोई भी तेल चुनें लेकिन उसके प्रयोग से पहले आगे बताए जाने वाले गुणों के आधार पर उसे चेक ज़रूर करें.
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बच्चे की मसाज के लिए हमेशा प्राकृतिक तत्वों से बने हुए तेल को चुनें: जैसे - नारियल तेल, जैतून का तेल, बादाम का तेल या जोजोबा तेल. इनमें से भी वही तेल चुनें जो आपके बच्चे की स्किन के लिए परफेक्ट हो. ऐसा तेल आपके बच्चे की स्किन को आवश्यक पोषण देगा और उसे कोमल, स्वस्थ और चमकदार बनाये रखेगा. आप माइलो का लक्षादि तैलम भी प्रयोग कर सकती हैं जो गाय के शुद्ध घी और हल्दी और कर्ड वॉटर के गुणों से भरपूर है.
कुछ ब्रांड बच्चों के मसाज ऑइल को आकर्षक बनाने के लिए उसमें सिंथेटिक सुगंध मिला देते हैं. ऐसे तेलों से दूर रहें क्योंकि ये आपके बच्चे को स्किन में एलर्जी पैदा कर सकते हैं. बच्चे की मालिश के लिए हमेशा ऐसा तेल लें जो खुशबू रहित हो. अगर सुगन्धित तेल ही लेना है तो लैवेंडर या कैमोमाइल जैसी प्राकृतिक ख़ुशबू वाले ऑइल को चुनें.
अगर आपने सारी बातें चेक करने के बाद बच्चे की मालिश करने के लिए एक तेल सिलेक्ट कर लिया है, तब भी सीधे उसका इस्तेमाल ना करें. बच्चे की स्किन पर कोई भी नया प्रोडक्ट इस्तेमाल करने से पहले पैच टेस्ट जरूर करें. अपने शिशु की स्किन के एक छोटे से हिस्से पर उस तेल को लगाएँ और 24 घंटे के लिए लगा रहने दें. बीच-बीच में उस जगह को चेक करें और एलर्जी के साइन देखें. अगर ऐसे कोई संकेत ना दिखें तब आप सुरक्षित रूप से उस तेल का इस्तेमाल कर सकते हैं.
बच्चे की मालिश के तेल का टेक्सचर चेक करना भी जरूरी है. हमेशा ऐसा तेल चुनें जो हल्का हो और स्किन में आसानी से समा जाए. बहुत ज्यादा गाढ़े तेल के इस्तेमाल से बचें जो स्किन के पोर्स को बंद कर देते हैं. साथ ही इससे बच्चे की स्किन में बहुत फिसलन हो जाने के कारण उसके गिरने का डर रहता है.
अब आपको कुछ ऐसे प्राकृतिक तेलों के बारे में बताएँगे जो गर्मियों में बच्चे की मालिश (which oil is good for baby in summer) करने के लिए बेस्ट होते हैं.
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वैसे तो नारियल तेल सभी सीज़न में प्रयोग किया जा सकता है लेकिन यह गर्मियों में बच्चों की मालिश करने के लिए एक अच्छा (coconut oil for baby massage in summer in Hindi) ऑप्शन है. यह हल्का और कम चिकना होने से बच्चे की नाजुक और सेंसिटिव स्किन में आसानी से अब्ज़ॉर्ब हो जाता है. एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर यह तेल गर्मियों की शुष्कता और घमौरियों को ठीक करने में मदद करता है. इसके एंटी-बैक्टीरियल और एंटी-फंगल गुण स्किन इन्फेक्शन को रोकते हैं और स्किन सेल डैमेज, सूजन, रैशेज, सूखेपन और एक्जिमा को ठीक करने में भी मददगार है. माइलो का कोल्ड प्रेस्ड एक्सट्रा वर्जिन कोकोनट ऑइल ऐसा ही एक बेहतरीन प्रोडक्ट है.
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जैतून के तेल का उपयोग पूरे साल भर किया जा सकता है और विशेषकर गर्मियों में यह बच्चे की मालिश के लिए बेस्ट ऑप्शन है. विटामिन ई और एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर जैतून का तेल बच्चे की स्किन को कोमल, मुलायम, स्वस्थ और हाइड्रेटेड रखने में मदद करता है.
बादाम का तेल विटामिन ए, बी1, बी2, बी6 और ई और एंटीऑक्सीडेंट्स का रिच सोर्स है और इन्हीं गुणों के कारण बच्चे की मालिश करने के लिए एक अच्छा ऑप्शन है. यह बच्चे की मुलायम त्वचा को आवश्यक पोषण देता है और बालों को भी स्वस्थ बनाता है. इस तेल की मालिश करने के बाद बच्चे की त्वचा पर एक सुंदर चमक आ जाती है. बालों और स्किन के अलावा यह नाखूनों को भी मजबूत और चमकदार बनाए रखता है.
जोजोबा ऑइल एक हाइपोएलर्जेनिक तेल है जो बच्चे की सेंसिटिव स्किन के लिए बेहद सुरक्षित है. एक्जिमा से पीड़ित बच्चों के लिए जोजोबा तेल रेकमेंड किया जाता है क्योंकि यह स्किन को ठीक करने में मदद करता है. इसमें विटामिन ई की उच्च मात्रा होती है जो स्किन को हाइड्रेटेड और मॉइस्चराइज रखने में मदद करती है. कोल्ड-प्रेस्ड जोजोबा तेल का उपयोग करना और भी अधिक गुणकारी है.
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गर्मियों में बच्चे की मालिश के लिए कैमोमाइल तेल एक प्राकृतिक और आराम देने वाला ऑप्शन है. इसके एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण स्किन की जलन को कम करके उसे आराम पहुंचते हैं. कैमोमाइल तेल उन बच्चों के लिए फायदेमंद हो सकते हैं जिन्हें नींद आने में दिक्कत होती है क्योंकि ट्रेडिशनल रूप से इसका प्रयोग अनिद्रा के इलाज के लिए किया जाता है.
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बच्चे की मालिश के लिए अच्छा और सही तेल चुनने के साथ-साथ (which oil is best for baby massage during summer in Hindi) कुछ अन्य सावधानियां रखना भी जरूरी है: जैसे कि-
अपने बच्चे की मालिश करते समय बहुत अधिक तेल लगाने से बचें और उतना ही इस्तेमाल करें जितना उसकी स्किन आसानी से सोख ले. ज्यादा तेल लगाने से स्किन चिपचिपी हो जाएगी और इससे रैशेज और एलर्जी का खतरा बढ़ सकता है. कई बार ज्यादा तेल बच्चे की स्किन फोल्ड्स में चला जाता है और ठीक से सफाई ना होने के कारण उसमें से बदबू आने लगती है. ज्यादा चिकनी और फिसलन भरी स्किन में बच्चे के गिरने का खतरा भी रहता है.
अगर बच्चे की स्किन डैमेज हो, उस पर कोई कट लगा हो या कई बार उसके ख़ुद के ही नाख़ून से उसे खरोंच लगी हो तो ऐसी स्थिति में बच्चे की मालिश ध्यान से करें. ध्यान दें कि डैमेज स्किन पर तेल ना लगे क्योंकि इससे इन्फेक्शन हो सकता है.
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किसी भी नए तेल का प्रयोग शुरू करने से पहले पैच टेस्ट ज़रूर करें. बच्चे की स्किन के किसी छोटे हिस्से में तेल लगाकर 24 घंटे तक एलर्जिक रिएक्शन को ऑब्ज़र्व करें. अगर कोई संकेत ना मिले तो ही तेल का इस्तेमाल करें.
बच्चे की मालिश के तेल को तेज़ धूप और गर्मी से दूर किसी ठंडी और सूखी जगह पर रखें. मालिश करने के लिए बड़े कंटेनर में से उतना ही तेल किसी छोटे बर्तन में निकालें जितना जरूरी हो.
बच्चे की मालिश के लिए किसी भी ब्रांड का तेल खरीदकर इस्तेमाल करने से पहले उसके लेबल पर लिखे गए निर्देशों को पढ़ें और फिर निर्देश के अनुसार ही उस प्रोडक्ट का प्रयोग करें.
मालिश बच्चे के शरीर को मज़बूती और त्वचा को कोमलता प्रदान करती है इसलिए गर्मी और सर्दी दोनों मौसम में बच्चे कि मालिश ज़रूर करें. लेकिन तेल का चुनाव मौसम के अनुकूल करना चाहिए जिससे शरीर को मालिश का पूरा लाभ मिल सके.
Baby massage oil for summer in English
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Kavita Uprety
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