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    Baby Acne in Hindi | बच्चों को भी होते हैं मुँहासे! जानें क्या होते हैं कारण

    Pimples and Acne

    Baby Acne in Hindi | बच्चों को भी होते हैं मुँहासे! जानें क्या होते हैं कारण

    4 December 2023 को अपडेट किया गया

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    नवजात बच्चों में मुंहासे, स्किन से जुड़ा एक रोग है जो स्किन पर छोटे, लाल, या सफेद धब्बों या पिंपल्स के रूप में दिखाई देता है. हालांकि, इसके ज्यादातर मामले बच्चे के जन्म के पहले और चौथे सप्ताह के दौरान होते हैं, यह जन्म के समय भी हो सकता है. वैसे तो बच्चों में मुंहासे होना बेहद आम बात है लेकिन उन छोटे धब्बों को बदतर होते देखना चिंताजनक हो सकता है.

    एरीथेमा टॉक्सिकम नियोनटोरम (ETN), बच्चों में होने वाले मुंहासे के लिए मेडिकल शब्द है, लेकिन नाम सुनकर बेवकूफ न बन जाना. 10 बच्चे में से लगभग 4.5 बच्चे में यह समस्या पाई जाती है. इसकी वजह से जिससे यह एक बेहद आम बीमारी बन जाती है.

    नियोनेटल मुंहासों को सीफेलिक पोस्चुलोसिस या न्यूबॉर्न एक्ने के नाम से भी जाना जाता है. दूसरे और चौथे हफ्ते के बीच बच्चे के चेहरे या सिर पर छोटे-छोटे पिंपल और फुंसियां उभर आते हैं.

    बच्चों में मुंहासे इंफेटाइल एक्ने से अलग होते हैं, जो आमतौर पर तीन से छह महीने से लेकर वयस्क उम्र के बीच दिखाई देते हैं. यदि आपको कोई संदेह हो तो अपने फैमिली डॉक्टर से संपर्क करें.

    बच्चों के मुंहासे क्या हैं ? (What is Baby Acne)

    बच्चों के मुंहासे एक सामान्य स्किन कंडिशन है जो कम समय के लिए होती है. यह बच्चे के चेहरे या शरीर पर हो सकते हैं. इसकी वजह से लाल या सफेद रंग के बंप या पिंपल हो सकते हैं. मुंहासे अक्सर बिना किसी इलाज के अपने-आप ही चले जाते हैं.बच्चों के मुंहासों को नियोनेटल एक्ने भी कहा जाता है. जन्म के बाद 20% बच्चों में यह समस्या देखी जाती है.

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    बच्चों के मुंहासे इंफेंटाइल एक्ने से अलग होते हैं क्योंकि इनमें आमतौर पर ओपन कोमडोन्स या ब्लैकहेड्स नहीं होते हैं. जब बच्चे को मुंहासे होते हैं, तो इनके लक्षण सामान्य होते हैं. जब बच्चे को मुंहासे होते हैं, तो ये लक्षण आम होते हैं. बच्चों में होने वाले मुंहासों में सिस्ट या नॉड्यूल हो सकते हैं. इलाज न करवाने पर कई बार इनकी वजह से निशान रह जाते हैं.

    बच्चों में होने वाले मुंहासे शुरुआती महीनों में होते हैं. ये बच्चों में उनके 2 साल के होने तक रह सकते हैं. बच्चों के मुंहासे वैसे ही आम हैं जैसे वयस्कों में होने वाले मुंहासे.

    नवजात बच्चे में मुंहासों के लक्षण (Symptoms of Infant Acne)

    बच्चों के मुंहासे आमतौर पर लाल बंप या पिंपल की तरह दिखते हैं, वैसे ही जैसे वयस्कों में मुंहासे दिखते हैं. इनमें सफेद फुंसी या व्हाइटहेड भी हो सकते हैं इन बंप के आसपास की स्किन लाल हो सकती है.

    मुंहासे, बच्चे के चेहरे पर कहीं भी हो सकते हैं लेकिन अक्सर इनकी शुरुआत चेहरे से होती है. कुछ बच्चों को उनके अपर बैक या गले पर भी मुंहासे हो सकते हैं.

    अगर बच्चा परेशान है या ज़्यादा रोता है, तो मुंहासे और ज़्यादा खराब हो सकते हैं. बच्चों को रफ कपड़े पहनाने, उल्टी या चेहरे पर लार लगी रहने की वजह से भी मुंहासे बिगड़ सकते हैं.

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    एक समय था जब बच्चे इन मुंहासों के साथ ही पैदा होते हैं. लेकिन, अब ये दो सा चार हफ़्ते के बच्चों में दिखते हैं और कुछ दिनों या हफ्तों तक रह सकते हैं. लेकिन, कुछ मामलों में ये महीनों तक भी दिख सकते हैं.

    नवजात बच्चों के मुंहासों के कारण ! (Causes of Newborn Acne)

    नवजात बच्चों में मुंहासों के कई कारण हो सकते हैं, लेकिन एक्सपर्ट इनका अनुमान ज़्यादा लगाते हैः

    • नवजात बच्चे के चेहरे पर यीस्ट इंफेक्शन के रेशेज

    • प्रेगनेंसी से संबंधित हार्मोन में बदलाव प्लेसेंटा में बच्चे के एपिडर्मिस में जरूरत से ज्यादा ऑइल बनाता है.

    कुछ शोधकर्ताओं का मानना है कि यह समस्या जीन्स, बच्चे और मां के हार्मोन या वातावरण में मौजूद चीजों की वजह से स्किन पर होने वाले असर की वजह से हो सकती है. बच्चों के मुंहासे आम हैं, लेकिन ये जल्द ठीक भी हो जाते हैं.

    किशोरों और वयस्कों में हार्मोन की वजह से मुंहासे होते हैं और मां से आए यही हार्मोन बच्चे में कुछ हफ्तों तक रहते हैं. ऐसा माना जाता है कि बचे हुए हार्मोन शिशुओं में एक प्रकार के मुंहासे पैदा कर सकते हैं जिन्हें हार्मोनल मुंहासे कहा जाता है. गर्भावस्था के दौरान, प्लेसेंटा में मौजूद हार्मोन की वजह से बच्चे की स्किन पर मौजूद ऑइल ग्लैंड्स को ज्यादा मेहनत करनी पड़ सकती है. इसकी वजह से बाद में मुंहासे हो सकते हैं.

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    ऐसा इसलिए होता है क्योंकि बच्चे के पोर्स पूरी तरह से बनते नहीं हैं और बाहरी वातावरण की वजह से बच्चों को मुंहासे हो सकते हैं. किसी नवजात बच्चे को होने वाले मुंहासे का किसी किशोर को होने वाले मुंहासों से कोई संबंध नहीं है.

    डॉक्टर से कब कंसल्ट करें (When to Consult a Doctor)

    भले ही नवजात बच्चों में मुंहासों की समस्या बेहद आम है, लेकिन इन्हें बढ़ता हुआ देखकर आप परेशान हो सकती हैं. नवजात बच्चों में होने वाले मुंहासों का फिलहाल कोई इलाज नहीं है, अगर पैरेंट्स को चिंता होती है तो वे बच्चों के डॉक्टर से कंसल्ट कर सकते हैं. बच्चे के मुंहासों और अन्य स्वास्थ्य संबंधी चिंताओं पर चर्चा करने का सबसे अच्छा समय एक सामान्य विजिट के दौरान होता है.

    ब्लैकहेड्स, फुंसी, और सूजन सभी संकेत हैं कि बच्चे के मुंहासे को लेकर डॉक्टर से कंसल्ट करना चाहिए. अगर बच्चे को कोई परेशानी हो रही है या वह बीमार लग रहा है, तो उसे भी डॉक्टर के पास ले जाना चाहिए.

    अगर घरेलू उपचार के कुछ महीनों के बाद भी बच्चे के मुंहासे साफ नहीं होते हैं तो डॉक्टर 2.5 प्रतिशत बेंज़ोयल पेरोक्साइड वाले लोशन लगाने का सुझाव दे सकते हैं.

    बहुत कम मामलों में, एरिथ्रोमाइसिन या आइसोट्रेटिनॉइन जैसे एंटीबायोटिक्स लगाने की सलाह दी जा सकती है ताकि यह पक्का किया जा सके कि निशान तेजी से साफ हो जाएं. यह आमतौर पर केवल उन बच्चों के लिए जरूरी होता है जिनके पास मेडिकल मुंहासे हैं.

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    हालांकि, अगर युवा होने से पहले ही बच्चे को फिर से मुंहासे होते हैं, तो यह गंभीर स्थिति हो सकती है और पैरेंट्स को डॉक्टर से मिलना चाहिए.

    रेफरेंस

    1. Godínez-Chaparro JA, Cruz HV.(2021). Acne in the Newborn

    2. Herane MI, Ando I.(2003).Acne in infancy and acne genetics. Dermatology

    Tags

    Baby Acne in English Baby Acne in Bengali, Baby Acne in Telegu, Baby Acne in Tamil

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    Written by

    Parul Sachdeva

    A globetrotter and a blogger by passion, Parul loves writing content. She has done M.Phil. in Journalism and Mass Communication and worked for more than 25 clients across Globe with a 100% job success rate. She has been associated with websites pertaining to parenting, travel, food, health & fitness and has also created SEO rich content for a variety of topics.

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