Diapering
8 August 2023 को अपडेट किया गया
डायपर बैग हर नई माँ का दोस्त और साथी है। जरूरत के हिसाब से डायपर बैग टॉप पर आता है क्योंकि यह एक ऐसी एक्सेसरी है, जिसके बिना माँ घर से निकलती ही नहीं है। बेबी स्ट्रोलर दूसरे नंबर पर आता है। नए पेरेंट्स के लिए डायपर बैग एक बहुत जरूरी सामान है, जिस पर वो निवेश करते हैं। जब बाहर जाने की तैयारी होती है तो आपको डायपर, वाइप, चुसनी, खिलौने और दूसरी चीजों की जरूरत होती है। माँ जब बाहर जाती है तो इन सब तैयारियों में अक्सर बहुत परेशान हो जाती है। लेकिन एक सही डायपर बैग बहुत मदद कर सकता है। हालांकि कई तरह के डायपर बैग हैं, जिनमें से चुनाव किया जा सकता है। सभी में अपनी अलग-अलग खासियत होती हैं।
डायपर बैग क्या होता है?
डायपर बैग मल्टीफंक्शनल बैग है, जिसका इस्तेमाल पेरेंट्स बच्चे के लिए जरूरी सामान रखने में करते हैं। इसको नैपी बैग भी कहते हैं, इसमें कई काम आने वाले कंपार्टमेंट और सेक्शन होते हैं, जिससे सामान को व्यवस्थित किया जा सके।
डायपर बैग के प्रकार
· मैसेंजर या स्लिंग डायपर बैग: इस तरह के बैग में एक लंबी स्ट्रैप होती है जिसके साथ बैग को कंधे से कमर तक क्रॉस करके या फिर सिर्फ कंधे पर पहना जा सकता है। नई मांएं आमतौर पर यही पसंद करती हैं। ये डायपर बैग आमतौर पर कई तरह के डिजाइन और पैटर्न में मिलते हैं। इसकी वजह से ये ट्रेंडी और डिजाइनर बैग जैसे दिखते हैं। इसका स्टाइलिश अंदाज लोगों को इस बात का अंदाजा ही नहीं लगने देता है कि ये नैपी बैग है। अगर आप लंबे समय तक इस्तेमाल करना चाहते हैं तो ये सबसे अच्छे बैग हैं। क्योंकि इन बैग में बहुत सी पॉकेट और ज़िप वाले कम्पार्टमेंट होते हैं। इसलिए इसके साथ सामान, व्यवस्थित तरीके से रखना आसान हो जाता है। आप एक पॉकेट में डायपर, दूसरे में कपड़े, तीसरे में स्नैक्स के साथ बहुत कुछ रख सकते हैं। क्योंकि इन बैग में पैडेड क्रॉस बॉडी स्ट्रैप होती है, इसलिए ये सुरक्षित होने के साथ-साथ आपकी पीठ और कंधों को सपोर्ट भी देती है। हालांकि बैग में रखे सामान को निकालना कठिन हो सकता है। मैसेंजर बैग का फोल्डओवर फ्रंट स्टाइल कुछ माता-पिता के लिए इसे खोलना और बंद करना कठिन बना सकता है।
· बैकपैक डायपर बैग: इस तरह के बैग माता-पिता के बीच काफी पसंद किए जाते हैं। इन डायपर बैकपैक को ऐसे डिजाइन किया जाता है कि ये लैपटॉप बैग जैसे ही लगते हैं। ये बच्चे की जरूरत का ज्यादा से ज्यादा सामान रखने के साथ दोनों हाथ खाली रखने का विकल्प देते हैं, ये खासियत इन बैग को और बेहतर बनाती है। इनमें आमतौर पर खूब जगह होती है, जिसकी वजह होते हैं ज्यादा जगह के लिए बनाए गए पॉकेट और सेक्शन। ये कई सारी स्टाइल और पैटर्न में मिल जाते हैं। बैकपैक स्टाइल वाले डायपर की एक कमी ये है कि इस तरह के बैग बेबीवियरिंग वाले हिस्से पर पहने जाते हैं। हालांकि बच्चे और बैकपैक को एक साथ लेना संभव होता है। कई बार ये भारी हो जाता है। एक बैकपैक को दूसरे डायपर बैग की तुलना में इस्तेमाल करना मुश्किल होता है। ऐसा इसलिए है क्योंकि इनको इस्तेमाल करने के लिए इन्हें उतारना पड़ता है।
· टोट बैग: ये बैग एक दिन के लिए बाहर जाने या वीकेंड मस्ती के लिए अच्छे होते हैं, क्योंकि इनमें जगह खूब होती है। टोट बैग, स्टाइल और फंक्शन के मामले में बेहतरीन होते हैं। ये असल में डायपर बैग लगते भी नहीं हैं। ये बड़े और खुले हुए होते हैं, इसमें खुली हुई बड़ी जगह होती हैं और ये कंधे पर पहना जाता है। ये उन पैरेंट्स के लिए बढ़िया होते हैं जिनको बैग का पारंपरिक लुक अच्छा लगता है। ये उन माता-पिता के लिए भी अच्छे हैं जो लैपटॉप या वर्क बैग चाहते हैं। टोट बैग लेते हुए जिस एक बात का ध्यान रखना चाहिए कि कई बार इन बैग को इस्तेमाल करना कठिन होता है। दरअसल इसमें जगह बहुत और कई तरह की होती है, जिस वजह से सभी चीजें आपस में मिल जाती हैं। फिर इनमें से कोई एक चीज ढूंढना कठिन हो जाता है। इसके साथ ही इसमें क्रॉस-बॉडी स्ट्रैप नहीं होता है, इसलिए बैग के कंधे से गिर जाने की संभावना हमेशा ही बनी रहती है।
· मिनिमलिस्ट बैग: ये बैग तब बढ़िया रहता है, जब आपके बच्चे के लिए कम सामान की जरूरत हो। ये तब भी बढ़िया रहता है, जब आपको तुरंत कहीं जाना हो या फिर आप नियमित डायपर बैग साथ नहीं ले जाना चाहते हों। डायपर क्लच नियमित बैग के तौर पर इस्तेमाल किए जा सकते हैं। इन्हें असल डायपर बैग के अंदर भी रख सकते हैं ताकि समय आने पर पोर्टेबल चेंजिंग स्टेशन के तौर पर भी इसे इस्तेमाल किया जा सके। बेल्ट स्टाइल बैकपैक को तब क्लिप करना आसान होता है जब आप बस कुछ ही जरूरी सामान साथ ले जाना चाहें और अपना हाथ भी फ्री रखना चाहें। हालांकि, इन बैग में ज्यादा जगह की जरूरत होती है। इसके अतिरिक्त ये बैग हमेशा कलाई पर बंधे होते हैं इसलिए इन्हें ले जाना थोड़ा परेशान करने वाला हो सकता है।
डायपर बैग खरीदते समय देखी जाने वाली 5 खासियतें
पहली बार डायपर बैग चुनना कठिन हो सकता है क्योंकि बाजार में कई तरह के पैटर्न और स्टाइल के तरह-तरह के बैग मौजूद हैं। इसलिए अगर आप डायपर बैग खरीद रहे हैं तो आपको कुछ खास बातें देखनी होंगी:
· बहुत सारी जगह: जब माता-पिता बच्चों के साथ बाहर जाते हैं तो उन्हें बहुत सी तैयारियां करनी होती हैं। बच्चों को खुश रखना एक चुनौती भरा काम होता है क्योंकि उनकी खूब देखभाल करनी होती है। आपको बहुत से डायपर, वेट वाइप और बेबी फ़ूड के साथ खिलौने भी ट्रिप पर साथ रखने होते हैं। इसके अलावा भी कई चीजें होती हैं जैसे टॉवल, चुसनी, गार्बेज बैग और ऐसी जगह जहां धुलाया जा सके। इसलिए अगर आप बैग पहली बार खरीद रहे हैं तो याद रखें ज्यादा जगह जरूरी है। बिना किसी परेशानी के बैग में ज्यादा से ज्यादा सामान आ जाना चाहिए।
· सफाई हो आसान: क्योंकि इन बैग के गंदे होने की संभावना बनी रहती है तो इसको ऐसा होना चाहिए कि इन्हें आसानी से साफ़ किया जा सके। आप बैग में बहुत सा सामान रखेंगे जो कि ज्यादा बार उपयोग होगा। जैसे की बेबी फ़ूड, जिसके बैग में गिरने या फैलने की संभावना बनी ही रहेगी। कई बार आपको गंदे कंबल और दूसरे गंदे सामान भी बैग में रखने होंगे, जिसकी वजह से बैग में निशान पड़ सकते हैं। उससे बदबू भी आ सकती है। इसलिए ये देखना होगा कि डायपर बैग मजबूत और ऐसे मटेरियल से बना हो जिसको आसानी से साफ़ किया जा सके। पॉकेट, सेक्शन और स्ट्रैप आसानी से साफ हो जाने वाली होनी चाहिए।
· व्यवस्थित करना हो आसान: खूब सारी जगह होने के साथ, डायपर बैग को व्यवस्थित रखना भी आसान होना चाहिए। क्योंकि आप बहुत सारा सामान रखेंगे इसलिए इसमें खूब सारे कम्पार्टमेंट होने चाहिए। इसके साथ बैग अव्यवस्थित नहीं होगा। अगर आप अपने बच्चे के सामान के लिए अच्छा बैग ही लेना चाहते हैं तो सुनिश्चित कीजिए कि डायपर बैग में सही कम्पार्टमेंट और पॉकेट हों। पॉकेट बड़ी हों, इसके साथ उन्हें खोलना भी आसान होना चाहिए। हालांकि ये आसानी से बंद हो जाने वाली भी होनी चाहिए। पॉकेट अच्छे से विभाजित होने के साथ व्यवस्थित भी होनी चाहिए। जब आप बाहर जाएं तो कुछ भी फैले न।
· इसकी डिजाइन सुविधा वाली होनी चाहिए: जब आप डायपर बैग खरीदें तो ध्यान रखें कि इसका डिजाइन काफी सुविधाजनक हो। आप ऐसा बैग नहीं लेना चाहेंगे जिसको उठाना कठिन हो। अगर आपका बैग अच्छे से डिजाइन न किया गया हो तो काफी देर तक इस्तेमाल करने पे दिक्कत दे सकता है। इसकी वजह से कंधे और पीठ से जुड़ी दिक्कते भी हो सकती हैं। ये सबसे खराब होगा। इसलिए डायपर बैग खरीदने से पहले रिसर्च कर लें। प्रोडक्ट रिव्यू देखें और वो बैग लें जिसकी डिजाइन सुविधाजनक हो लेकिन वो महंगा भी न हो।
· यह टिकाऊ होना चाहिए: ये बहुत कुछ झेलते हैं इसलिए डायपर बैग खरीदते हुए बैग का टिकाऊ होना आपकी प्राथमिकता होनी चाहिए। ये गिरते हैं, इनमें सामान फैलता है और कई चीजों के दाग भी इसमें लगते हैं। अगर आप बच्चे के साथ बाहर जा रहे हैं, तो इसमें काफी परेशानी हो सकती है। उस स्थिति की कल्पना कीजिए, जब डायपर बैग अनअपेक्षित तरीके से खराब हो जाए। इसे उठाएंगे या बेबी फ़ूड या फिर इधर-उधर भागते बच्चे को देखेंगे। डायपर बैग खरीदने से पहले सुनिश्चित कीजिए कि ये बैग सबसे अच्छे मटेरियल का बना हो। कुछ डायपर बैग महंगे हो सकते हैं लेकिन ऐसा सिर्फ इसलिए होगा क्योंकि ये अच्छे मटेरियल से बना होगा और लंबे समय तक चलेगा।
कुछ और खासियतें निम्न हैं:
· स्ट्रोलर से जुड़ सके: ज्यादातर डायपर बैग उठाना आसान होता है लेकिन तब भी कई बार ऐसा करना कठिन हो सकता है। इसलिए ये सुनिश्चित करें कि ये आसानी से स्ट्रोलर से जुड़ सकें। उदाहरण के लिए कुछ डायापर बैग में खास बेल्ट होती हैं जो आसानी से स्ट्रोलर के हैंडलबार से जुड़ जाती हैं। दूसरे तरह के डायपर बैग काफी छोटे होते हैं और स्ट्रोलर के नीचे बांधे जा सकते हैं।
· इंसुलेशन दे: जब आप बच्चे के साथ बाहर जाएंगे तो आप डायपर बैग में बहुत सारा दूध स्टोर करेंगे। आपको ऐसा डायपर बैग खरीदना होगा जिसमें इंसुलेशन मिले क्योंकि बच्चे गरम दूध पीना ही पसंद करते हैं। बढ़िया इंसुलेशन के साथ ठंडी चीजें ठंडी, गरम चीजें गरम रहेंगी। इसके साथ आप बच्चों को बिना किसी परेशानी के खिला पाएंगे।
डायपर बैग की जरूरत
बहुत सी मांएं साथ ले जाने वाली चीजों की लिस्ट बनाती हैं। हालांकि, जरूरत के हिसाब से सबकुछ इकट्ठा करना आसान नहीं होता। इसलिए डायपर बैग में रखी जाने वाली जरूरी चीजों की लिस्ट ये रही:
· डायपर: हर 2 घंटे में डायपर को बदलने की जरूरत होती है। इसलिए अगर आप बाहर जा रहे हैं तो कुछ एक्स्ट्रा डायपर साथ में जरूर रख लें।
· वाइप: एक अच्छा ट्रेवल बैग खरीदें और बेबी वाइप को वेट सैंडविच बैग में रख लें। ये डायपर बैग की जरूरतों में सबसे ज्यादा काम आने वाली चीज है। क्योंकि इसके साथ आप बच्चे की सफाई तो कर ही सकते हैं, इससे अपने हाथ भी साफ किए जा सकते हैं।
· बेबी क्रीम या लोशन: ट्रेवल साइज ट्यूब को साथ रखें क्योंकि उनको इस्तेमाल करना आसान होता है।
· बदले जाने वाले पैड: ये आमतौर पर डायपर बैग के साथ ही आते हैं, हालांकि आपको कुछ थोडा बड़ा ढूंढना पड़ेगा।
· छोटे कहाली बैग: ये इस्तेमाल किए जा चुके डायपर या कपड़ों को रखने के काम आते हैं। अगर डिसपोजेबल हैं तो इन्हें फेंक दें और अगर ये कपड़े के बने हैं तो इन्हें धों लें।
· चुसनी: अगर इस्तेमाल होते हैं तो आपको एक्स्ट्रा चुसनी और बोतल के निप्पल भी साफ़ सैनेटरी बैग में रखने होंगे।
· धुले कपड़े/बर्प क्लोथ: जितने ज्यादा हो सकें, उतने साथ रखें। ।
· हैंड सैनीटाइजर: पब्लिक प्लेस पर हमेशा हैंड सैनीटाइजर इस्तेमाल करें, क्योंकि आप नहीं जानते हैं कि बच्चे को खाना खिलाने या कपड़े बदलने से पहले आपने जो चीजें छूई थीं, उन्हें पहले किसने छुआ था।
· बेबी फ़ूड: ध्यान दीजिए कि आपको कितना पैक करने की जरूरत है। बेबी फ़ॉर्मूला और बोतल से लेकर पम्प्ड ब्रेस्ट मिल्क या बेबी फ़ूड तक, जरूरी है कि सही मात्रा में इन्हें साथ रखा जाए। ध्यान से पानी भी साथ में रख लें।
· बदलने के लिए कपड़े: हमेशा एक्स्ट्रा कपड़े रखें क्योंकि आप नहीं जानते हैं कि आपको कितनों की जरूरत पड़ेगी। एक जोड़े से ज्यादा की भी जरूरत पड़ सकती है। क्योंकि इसमें बोतल से दूध गिर सकता है तो बच्चे के मुंह से खाना भी इसमें गिर सकता है। कुछ मोज़े भी जरूर रख लें।
· टोपी: मौसम भले ही ठंडा हो या गरम बच्चे को ठंड या धूप से बचाने के लिए टोपी की जरूरत होगी।
· बच्चों का हल्का कंबल: मौसम कोई भी हो एक कंबल साथ रखना हमेशा अच्छा रहता है। इनके साथ बच्चों को धूप से ही नहीं ठंडी हवाओं से भी बचाया जा सकता है।
· खिलौने: खिलौनों के साथ बच्चे व्यस्त रहते हैं। इसके लिए बोर्ड बुक्स से लेकर झुनझुने और टीथर, सबकुछ बैग में रख लें।
· हल्के स्नैक्स: ये थोड़े बड़े बच्चों के लिए जरूरी है। क्योंकि बच्चों को कभी भी भूख लग सकती है।
· बैंड-एड: अगर नवजात पार्क में खेल रहे हैं या फिर वो आपके साथ थोड़ी देर के लिए बाहर गए है तब भी बैंड-एड की जरूरत हो सकती है। अगर ये हल्की सी रगड़ है तो भी उनको अच्छा लगेगा।
आपको अपने लिए भी कुछ सामान चाहिए होगा, इनमें से कुछ हैं:
· नर्सिंग कवर: अगर पब्लिक प्लेस में बच्चे को फीड कराना पड़ता है तो इसकी जरूरत होगी।
· अपने लिए एक्स्ट्रा कपड़े: अगर बच्चे आपके ऊपर उल्टी कर दें, या उनसे आप पर कुछ गिर जाए तो आपको अलग से कपड़ों या ड्रेस की जरूरत होगी।
· नर्सिंग या वेजिनल पैड नई मांओं के लिए जरूरी हैं। इनकी जरूरत डिलीवरी के कुछ हफ्तों बाद पड़ेगी, जब लिक्विड आउटपुट बहुत ज्यादा होता है।
सारांश
डायपर बैग में अब बहुत बदलाव हो चुके हैं। अब ये अलग-अलग शेड और स्टाइल में मिल जाते हैं। डायपर बैग खरीदने से पहले आराम, फंक्शनेलिटी और सुंदरता के बैलेंस को याद रखिए। हर माता-पिता की अलग प्राथमिकता हो सकती है इसलिए जरूरी है कि बच्चे की स्थिति और जरूरतों को ध्यान में रखते हुए सही बैग चुना जाए।
Yes
No
Written by
Priyanka Verma
Priyanka is an experienced editor & content writer with great attention to detail. Mother to an 11-year-old, she's a ski
Read MoreGet baby's diet chart, and growth tips
Paternity Leave in India in Hindi | क्या भारत में पैटरनिटी लीव दी जाती है?
Hair Fall During Pregnancy In Hindi | आख़िर प्रेग्नेंसी में क्यों झड़ते हैं बाल?
Tips to Get Postpartum Glow in Hindi | डिलीवरी के बाद अपने ग्लो को खोने न दें!
Maternity Leave in Hindi | मैटरनिटी लीव क्या होती है और यह कितने दिन की होती है?
Is It Safe to Use Laptop or Computer During Pregnancy | क्या प्रेग्नेंसी में लैपटॉप या कम्यूटर इस्तेमाल करना सुरक्षित है?
Vagina Care After Delivery in Hindi | डिलीवरी के बाद वेजाइना की कैसे करें केयर?
Mylo wins Forbes D2C Disruptor award
Mylo wins The Economic Times Promising Brands 2022
At Mylo, we help young parents raise happy and healthy families with our innovative new-age solutions:
baby carrier | baby soap | baby wipes | stretch marks cream | baby cream | baby shampoo | baby massage oil | baby hair oil | stretch marks oil | baby body wash | baby powder | baby lotion | diaper rash cream | newborn diapers | teether | baby kajal | baby diapers | cloth diapers |