Want to raise a happy & healthy Baby?
Diet & Nutrition
20 September 2023 को अपडेट किया गया
जब बात फैमिली प्लानिंग की आती है, तो लाइफस्टाइल के साथ-साथ डाइट भी बहुत ज़रूरी हो जाती है. हम क्या खाते हैं, कब खाते हैं और किस तरह की डाइट फॉलो करते हैं, इन सभी का गर्भधारण की संभावनाओं पर असर पड़ता है. अगर आप भी फैमिली प्लानिंग के बारे में विचार कर रहे हैं, तो एक बार आपको अपनी डाइट पर ज़रूर ग़ौर करना चाहिए. इस आर्टिकल के ज़रिये जानें कि आख़िर फर्टिलिटी डाइट क्या होती है और इसका गर्भधारण पर क्या असर होता है!
फर्टिलिटी डाइट प्लान का उद्देश्य कपल्स की फर्टिलिटी यानी कि प्रजनन क्षमता में सुधार करना होता है, ताकि गर्भधारण की संभावनाओं को बढ़ाया जा सके. इस तरह की डाइट न्यूट्रिशन से भरपूर होती है और यह रिप्रोडक्टिव हेल्थ को बेहतर बनाती है. कुछ रिसर्च की मानें तो सही समय पर डाइट में बदलाव करके गर्भधारण की संभावनाओं को बढ़ाया जा सकता है. फर्टिलिटी डाइट प्लान में ताज़े फलों, सब्ज़ियों, साबुत अनाज, लीन प्रोटीन और हेल्दी स्नैक्स आदि को शामिल किया जाता है.
जो कपल्स फैमिली प्लान करने के बारे में सोच रहे हैं उनके लिए इस तरह की डाइट बहुत ही महत्वपूर्ण होती है. ज़िंक और फोलेट जैसे गुणों से भरपूर यह डाइट महिलाओं के मासिक धर्म चक्र और ओव्यूलेशन चक्र को नियमित करती है; वहीं दूसरी ओर यह पुरुषों की सेक्शुअल हेल्थ के लिए भी फ़ायदेमंद होती है.
इसे भी पढ़ें : फर्टिलिटी योग : गर्भधारण की संभावनाओं को बढ़ाने का नेचुरल तरीक़ा
गर्भधारण की संभावनाओं को बढ़ाने के लिए आपको अपनी डाइट में कुछ बदलाव करना चाहिए. चलिए जानते हैं कि आमतौर पर फर्टिलिटी डाइट प्लान में किन चीज़ों को शामिल किया जाना चाहिए
फोलिक एसिड एक ऐसा पोषक तत्व है, जो हरी सब्ज़ियों, नट्स और फोर्टिफाइड जैसे ब्रेड और अनाज में पाया जाता है. फोलिक एसिड महिला और पुरुष दोनों के लिए ज़रूरी होता है. इसके अलावा, प्लांट-बेस्ड प्रोटीन जैसे कि दाल, छोले, साबुत अनाज, नट्स और सीड्स आदि भी फर्टिलिटी के लिए बहुत ही फ़ायदेमंद होते हैं.
हेल्दी फैट फर्टिलिटी डाइट का महत्वपूर्ण हिस्सा होते हैं. यह एग्स की क्वालिटी में सुधार करते हैं, हार्मोन्स को संतुलित करते हैं, और ओव्यूलेशन चक्र को बेहतर बनाते हैं. ओमेगा- 3 फैटी एसिड, जैतून का तेल, एवोकाडो, नट्स और सीड्स को हेल्दी फैट में शामिल किया जाता है.
इसे भी पढ़ें : गर्भधारण के लिए ज़रूरी है ओव्यूलेशन. जानें कैसे करते हैं इसे ट्रैक
3. एंटी- इंफ्लेमेटरी फूड्स (Anti-inflammatory foods)
एंटी- इंफ्लेमेटरी फूड्स के सेवन से फर्टिलिटी से संबंधित समस्याओं को काफ़ी हद तक दूर किया जा सकता है. इस तरह के फूड्स फैलोपियन ट्यूब ब्लॉकेज जैसी समस्याओं से राहत देते हैं. साबुत अनाज, फल, सब्ज़ियों, नट्स, बीन्स, हर्ब्स व मसालों और मछली आदि को एंटी- इंफ्लेमेटरी फूड्स में शामिल किया जाता है.
साबुत अनाज और सब्ज़ियों जैसे कार्बोहाइड्रेट से भरपूर चीज़ें भी प्रजनन क्षमता में सुधार करने में मदद करती हैं. हालाँकि, रिफाइंड कार्बोहाइड्रेट से आपको बचना चाहिए.
इसे भी पढ़ें : जल्दी प्रेग्नेंट होने में मदद करेंगे ये टिप्स!
चलिए अब जानते हैं कि गर्भधारण की कोशिश करने के दौरान आपको और आपके पार्टनर को किन चीज़ों से बचना चाहिए!
अल्कोहल का सेवन गर्भधारण की संभावनाओं को कम कर सकता है. इसलिए अगर आप गर्भधारण की कोशिश कर रहे हैं, तो आपको और आपके पार्टनर को अल्कोहल का सेवन करने से बचना चाहिए.
अगर आप गर्भधारण की कोशिश कर रहे हैं, तो आपको कैफ़ीन के अधिक सेवन से भी बचना चाहिए. कैफ़ीन का भी गर्भधारण की संभावनाओं पर नेगेटिव असर होता है. इसलिए आप कैफ़ीन के सेवन को सीमित करें. आप दिन में एक या दो बार चाय/कॉफ़ी पी सकते हैं.
प्रोसेस्ड फूड ऐसी चीज़ें होती है, जिन्हें पहले से ही बनाकर रख दिया जाता है, और प्रिजर्वेटिव की मदद से लंबे समय के लिए सुरक्षित रखा जाता है. इसमें डिब्बाबंद सब्ज़ियाँ, ब्रेड, पेस्ट्री, सॉसेज रोल, नमकीन, चिप्स, और सॉफ्ट ड्रिंक आदि शामिल हैं.
बहुत अधिक चीनी का सेवन करने से वज़न बढ़ सकता है और अधिक वज़न गर्भधारण में बाधा डाल सकता है. इसलिए दिन में 25 ग्राम से अधिक चीनी का सेवन न करें.
इसे भी पढ़ें : असंतुलित हार्मोन्स और फर्टिलिटी प्रॉब्लम? चेस्टबेरी कर सकती है आपकी मदद
उम्मीद है कि अब आप समझ गए होंगे कि गर्भधारण की संभावनाओं को बढ़ाने के लिए आपको अपनी डाइट में किन चीज़ों को शामिल करना चाहिए और किन चीज़ों से बचना चाहिए.
फैमिली प्लानिंग के लिए न सिर्फ़ आपको; बल्कि आपके पार्टनर को भी अपनी डाइट पर ग़ौर करना चाहिए. ध्यान रखें, छोटी-छोटी कोशिशों से ही बड़े बदलाव नज़र आते हैं. इसलिए आज से ही हेल्दी डाइट फॉलो करना शुरू करें!
रेफरेंस
1. Skoracka K, Ratajczak AE, Rychter AM, Dobrowolska A, Krela-Kaźmierczak I. (2021). Female Fertility and the Nutritional Approach: The Most Essential Aspects.
2. Gaskins AJ, Chavarro JE. (2018). Diet and fertility: a review. Am J Obstet Gynecol.
Tags
Yes
No
Written by
Jyoti Prajapati
Jyoti is a Hindi Content Writer who knows how to grip the audience with her compelling words. With an experience of more
Read MoreDalchini Benefits in Hindi | महिला और पुरुष दोनों को होते हैं दालचीनी से ये ज़बरदस्त फ़ायदे!
How to Increase Chances of Getting Pregnant in Hindi | गर्भधारण की संभावनाओं को बढ़ाने में मदद करेंगे ये उपाय!
Precautions after IVF in Hindi | आईवीएफ के बाद इन 10 बातों का रखें ध्यान!
Right Age for Conception in Hindi | गर्भधारण की उम्र को बढ़ाया जा सकता है. जानिए कैसे!
Pregnancy Symptoms After Ovulation in Hindi | ओव्यूलेशन के बाद कैसे होते हैं प्रेग्नेंसी के लक्षण?
AMH Test in Hindi | एएमएच का क्या होता है महिलाओं की फर्टिलिटी से कनेक्शन? जानें इस आर्टिकल में!
At Mylo, we help young parents raise happy and healthy families with our innovative new-age solutions:
Ovulation Test Kit | Fertility For Him | By Ingredient | Chamomile | Shatavari | Ashwagandha | Myo-inositol | Skin - Pregnancy & New Mom | By Concern | Stretch Marks Cream | Maternity Wear | Lactation | Maternity Gear | Shop By Ingredient | Dhanwantaram | Shea Butter | Skin - Daily Wellness | By Concern | Digestive Health | Immunity | Cloth Diaper | Maternity dresses | Stretch Marks Kit | Stroller |