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Postnatal Care
23 September 2024 को अपडेट किया गया
महिलाएं अक्सर सोचती हैं कि, उनके सी-सेक्शन के निशान में सालों बाद भी दर्द क्यों होता है? ये समझना वाकई मुश्किल हो सकता है कि सालों पहले हुई सर्जरी के निशान में अब दर्द होने का कारण हो क्या सकता है. सिजेरियन सेक्शन (सी-सेक्शन) बच्चे के जन्म के लिए की जाने वाली सबसे सामान्य सर्जिकल प्रक्रियाओं में से एक है. इस प्रकार की सर्जरी जच्चा और बच्चा, दोनों के स्वास्थ्य की रक्षा के लिए आवश्यक हो सकती है. सिजेरियन सेक्शन के बाद रिकवरी में लगने वाला समय योनि से होने वाले प्रसव की तुलना में लंबा हो सकता है. इसलिए नई प्रेग्नेंसी प्लान करने से पहले रिकवरी की प्रक्रिया पूरी होने तक प्रतीक्षा करने की सलाह दी जाती है. इस प्रक्रिया में पेट या एब्डॉमिनल वॉल और गर्भाशय दोनों में लगने वाले चीरों का पूरा इलाज शामिल है, जिसमें आमतौर पर लगभग छह महीने लगते हैं. सर्जरी के कुछ महीनों से लेकर वर्षों बाद तक कभी भी सी-सेक्शन के निशान में दर्द शुरू हो सकता है. ये कुछ महिलाओं के लिए दर्दनाक और कमजोरी लाने वाला भी हो सकता है. इस आर्टिकल में हम बच्चे के जन्म के वर्षों बाद सी-सेक्शन के निशान में उठने वाले दर्द के संभावित कारणों, संबंधित लक्षणों और संभव उपचारों पर चर्चा करेंगे.
चोट या सर्जरी के बाद सामान्य ऊतकों की जगह लेने के लिए बनने वाले टिशू ही स्कार टिश्यू होते हैं. ये निशान आमतौर पर तब बनते हैं, जब शरीर किसी चोट से रिकवरी कर रहा होता है. सी-सेक्शन सर्जरी के दौरान, सर्जन महिला के पेट में एक चीरा लगाता है, जिसके परिणामस्वरूप घाव की जगह पर स्कार टिश्यू बन जाते हैं. स्कार टिश्यू के कई प्रकार होते हैं. यहां हम स्कार टिश्यू के सामान्य प्रकार के बारे में बता रहे हैं:
1. हाइपरट्रॉफिक स्कार (Hypertrophic scars): ये उभरे हुए और लाल होते हैं लेकिन ये घाव की बाहरी सीमा से आगे नहीं बढ़ते हैं.
2. केलोइड स्कार (Keloid scars): ये उभरे हुए और लाल होते हैं लेकिन घाव की बाहरी सीमा से आगे तक भी फैल सकते हैं.
3. एट्रोफिक स्कार (Atrophic scars): ये धंसे हुए होते हैं और अक्सर देखने में चितकबरे दिखाई देते हैं.
4. Contracture scars: These are formed by burns and limit the movement of the skin because they are tight and restrictive.
4. कॉनट्रैक्चर स्कार (Contracture scars) ये स्कार अक्सर जलने से बनते हैं. ये स्कार त्वचा के मूवमेंट को सीमित कर देते हैं क्योंकि, ये सख्त होते हैं लेकिन इनमें लचीलापन नहीं होता है.
चोट के निशान में होने वाले दर्द का कारण समझने के लिए ये बहुत जरूरी है कि पहले स्कार टिश्यू के प्रकार को समझा जाए. कुछ मामलों में स्कार टिश्यू बनने की वजह से शरीर के उस हिस्से में दबाव या तनाव होता है और फिर दर्द महसूस हो सकता है. जबकि कुछ अन्य मामलों में स्कार टिश्यू बनने के बाद उस हिस्से में आई सूजन के कारण भी दर्द का अनुभव हो सकता है.
सी-सेक्शन स्कार टिश्यू में होने वाले दर्द के लक्षण घाव के प्रकार और गंभीरता के आधार पर भिन्न हो सकते हैं. सामान्य लक्षणों में शामिल हैं:
1. उस हिस्से में कोमलता आना या बेचैनी होना
2. जलन होना
3. बैठने, खड़े होने या लेटने पर तेज दर्द होना
4. उस हिस्से में दबाव पड़ने पर दर्द होना
5. प्रभावित हिस्से में सूजन आना
6. जकड़न के कारण संबंधित अंग को हिलाने में कठिनाई होना
7. प्रभावित अंग का लाल होना या रंग बदल जाना
It is essential to see the doctor if women experience any of these symptoms, as it may be a sign that something is wrong. The doctor can help diagnose the cause of scar tissue pain and recommend the best treatment options.
यदि महिलाओं को इनमें से कोई भी लक्षण अनुभव होता है तो डॉक्टर को दिखाना जरूरी होता है. क्योंकि यह संकेत हो सकता है कि कुछ गलत है. डॉक्टर, स्कार टिश्यू में दर्द के कारण का निदान और समाधान करने में मदद कर सकते हैं. वो आपको इस समस्या के सबसे अच्छे उपचार के विकल्प के बारे में भी जानकारी दे सकते हैं.
निशान में दर्द कई बार अलग-अलग समय पर होता है. यह स्कारिंग की प्रक्रिया के दौरान संवेदी तंत्रिकाओं और तंत्रिकाओं के संवेदनशील सिरों के कारण होता है. ऐसा दर्द बहुत पीड़ादायक हो सकता है.
Throughout the history of scar treatment, a large number of techniques have been proposed, the most common of which are the following:
स्कार ट्रीटमेंट के पूरे इतिहास में कई तकनीकें सामने आ चुकी हैं. इनमें से सबसे आम निम्नलिखित हैं:
• एक्स-रे चिकित्सा;
• लिक्विड नाइट्रोजन से होने वाला क्रायोडिस्ट्रक्शन;
• माइक्रोवेव थेरेपी;
• फिजियोथेरेपी (लिडेज इलेक्ट्रोफोरेसिस, हाइड्रोकार्टिसोन या कॉन्ट्राट्यूबेक्स फोनोफोरेसिस);
• स्टेरॉयड इंजेक्शन (डिपरोस्पैन, केनलॉग-40);
• कंप्रेशन (कंप्रेशन अंडरवियर, मास्क, सिलिकॉन-जेल प्लेट पहनना);
• विभिन्न पील्स, मैकेनिकल और केमिकल दोनों प्रकार के.
हालांकि स्कार टिश्यू में होने वाले दर्द का इलाज और प्रबंधन किया जा सकता है, लेकिन दर्द को खत्म करना हमेशा संभव नहीं हो सकता है. इसलिए सी-सेक्शन के स्कार में होने वाले दर्द के जोखिम को कम करने के लिए कई बार सावधानी भरे कदम उठाना जरूरी हो जाता है.ऐसी महिलाएं जो सी-सेक्शन करवाने की तैयारी कर रही हैं, उन्हें स्कार या घाव में होने वाले दर्द को कम करने की तकनीकों के बारे में अपने डॉक्टर से जरूर पूछना चाहिए. जिन महिलाओं का पहले ही सी-सेक्शन हो चुका है, उन्हें घाव में होने वाले दर्द के जोखिम को कम करने के तरीकों के बारे में अपने डॉक्टर से बात करनी चाहिए. उन्हें यह भी सुनिश्चित करना चाहिए कि वे एक हेल्दी लाइफस्टाइल अपनाएं और स्वास्थ्य के हिसाब से ही वजन बनाकर रखें.
Q1. कितनी महिलाएं अपने सी-सेक्शन के निशानों में होने वाले दर्द से पीड़ित हैं? (How many women suffer from discomfort in their C-section scars?)
A1. ऐसा अनुमान लगाया गया है कि लगभग 30% महिलाएं जिनका सी-सेक्शन हुआ है, उन्हें अपने स्कार एरिया में किसी न किसी प्रकार की असुविधा का अनुभव होता है.
Q2. ऐसे कौन से संकेत हैं जो बताते हैं कि आपके सी-सेक्शन के निशान में दर्द होगा? (What are some signs that the scar from your C-section will hurt?)
A2. सी-सेक्शन के वो निशान जो दिक्कत देने के संकेत होते हैं उनमें कोमलता आना, संवेदनशीलता बढ़ना, खुजली और जलन होना शामिल हैं. कुछ मामलों में स्कार टिश्यू वाले हिस्से में होने वाले दर्द के साथ लालपन, सूजन और नोड्यूल भी दिख सकते हैं. इन लक्षणों के मौजूद होने पर महिलाओं को जल्द से जल्द डॉक्टर से सलाह लेनी चाहिए.
Q3. क्या मेरे सी-सेक्शन का स्कार टिश्यू प्रोलैप्स, मूत्राशय, या बॉवेल के लक्षण पैदा कर सकता है?( Could the scar tissue from my c-section be causing my symptoms of prolapse, bladder, or bowel?)
A3. ये संभव है कि सी-सेक्शन से होने वाला स्कार टिश्यू प्रोलैप्स, मूत्राशय या आंत रोग के लक्षणों को बढ़ावा दे. जो महिलाएं इन लक्षणों का अनुभव कर रही हैं उन्हें इसकी जांच और इलाज के लिए अपने डॉक्टर से बात करनी चाहिए. समस्या के इलाज के लिए डॉक्टर फिजिकल थेरेपी, दवाओं या सर्जरी की सलाह दे सकते हैं.
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Written by
Parul Sachdeva
A globetrotter and a blogger by passion, Parul loves writing content. She has done M.Phil. in Journalism and Mass Communication and worked for more than 25 clients across Globe with a 100% job success rate. She has been associated with websites pertaining to parenting, travel, food, health & fitness and has also created SEO rich content for a variety of topics.
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