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    क्या है प्लेसेंटा प्रिविआ? जानें इसके कारण और पहचान 

    Low Lying Placenta

    क्या है प्लेसेंटा प्रिविआ? जानें इसके कारण और पहचान 

    12 December 2022 को अपडेट किया गया

    प्लेसेंटा माँ के शरीर का एक संजीवनी जैसा ज़रूरी हिस्सा है, जो प्रेगनेंसी के दौरान आपके यूट्रस में पनपता है. ये आपके बेबी को जन्म से पहले ऑक्सीजन और ज़रूरी पोषण देने के साथ-साथ उसके खून की गंदगी को भी साफ़ करता है. ये यूट्रस की दीवारों से जुड़ा होता है और इसकी पोज़ीशन आपकी डिलीवरी के समय बहुत ही महत्वपूर्ण होती है. कभी-कभी प्लेसेंटा का विकास यूट्रस के नीचे की सतह पर होने लगता है जिससे सर्विक्स या बर्थ कैनाल का रास्ता थोड़ा बहुत या पूरी तरह बंद हो जाता है और बेबी को नैचुरली बाहर निकलने की जगह नहीं मिलती. इसी परेशानी को प्लेसेंटा प्रिविआ कहते हैं.

    कारण

    इस परेशानी की सीधी वजह क्या है ये तो नहीं कहा जा सकता मगर नीचे बताये गए कारणों को ध्यान में रख कर आप सतर्क रह सकती हैं:

    • यूट्रस का असामान्य आकार
    • अतीत में कई बार मिस-कैरेज(गर्भपात) का होना
    • पहले कभी जुड़वां या तीन बच्चों को एक साथ जन्म देना
    • 35 साल से ज़्यादा की उम्र में प्रेग्नेंट होना
    • यूट्रस की दीवारों पर पुरानी सीज़ेरियन डिलीवरी या रसौली (फाइब्रॉइड) हटाने के ऑप्रेशन के घाव होना
    • होने वाली माँ को कोकीन या सिगरेट पीने की आदत होना आदि

    लक्षण

    इसका मुख्य लक्षण है वैजाइना से भारी मात्रा में रक्त स्राव (ब्लीडिंग) का होना जो कि कुछ दिन या हफ्ते तक रुक-रुक कर हो सकता है.अधिकतर इसका पता 6 से 7वें महीने में जा कर ही लगता है. ब्लीडिंग के साथ-साथ आपको पेट के निचले हिस्से में भारी मरोड़ या ऐंठन का एहसास भी हो सकता है.

    लेकिन पूरी तरह इसका पता सिर्फ 4 से 6 महीने पर किये जाने वाले अल्ट्रासाउंड से ही लग सकता है इसीलिए ज़रूरी है कि आप अपने डॉक्टर की सलाह मान कर समय से चेक-अप कराती रहें.

    बचने के उपाय

    यदि आपको इस परेशानी का सामना करना पड़ गया है तब भी घबराएं नहीं और नीचे बताये गए उपाय अपनाकर इससे बचने की कोशिश करें.

    • कम से कम शारीरिक मेहनत करना
    • बेड रेस्ट करना
    • पेल्विस को आराम देना (बिना सैक्स या टैम्पून का यूज़ करे)
    • ब्लड संचार (ट्रांस्फ्यूज़) करवाना
    • समय से पहले हो सकने वाले लेबर को रोकने की दवाएं लेना
    • गंभीर मामलों में बेबी के लिवर को विकसित करने के लिए स्टेरॉयड लेना

    चूंकि शुरूआती दिनों यानी1 से 5 महीने के समय में बेबी का पूरा विकास नहीं होता है इसलिए उसे यूट्रस में घूमने की जगह मिलती है. ऐसे में यदि प्लेसेंटा नीचे हो तब भी डिलीवरी के समय तक उसके ऊपर जाने की काफी संभावना रहती है. ऐसे में ज़्यादातर डॉक्टर सीज़ेरियन डिलीवरी को चुनते हैं. इसीलिए ज़रूरी है कि आप डॉक्टर के बताये अनुसार नियम से अल्ट्रासाउंड कराती रहें ताकि कोई भी ख़तरा होने पर वो आपको समय से सलाह दे सके.

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    Written by

    Ishmeet Kaur

    Ishmeet is an experienced content writer with a demonstrated history of working in the internet industry. She is skilled in Editing, Public Speaking, Blogging, Creative Writing, and Social Media.

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