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    Soybeans During Pregnancy in Hindi | प्रेग्नेंसी में कितना सुरक्षित होता है सोयाबीन का सेवन?

    Diet & Nutrition

    Soybeans During Pregnancy in Hindi | प्रेग्नेंसी में कितना सुरक्षित होता है सोयाबीन का सेवन?

    13 October 2023 को अपडेट किया गया

    What is soybean?
    सोयाबीन क्या है?

    सोयबीन या सोयाबीन मूल रूप से पूर्वी एशिया में पाई जाने वाली फली वाली दलहन है. इसे आमतौर पर शाकाहारी लोग प्रोटीन की कमी पूरी करने के लिए मांस की जगह इस्तेमाल करते हैं. इसमें सभी 9 अमीनो एसिड होते हैं इसलिए यह प्रोटीन से भरपूर होती है. सोयाबीन कई रूपों में उपलब्ध होती है और इसमें एंटीऑक्सीडेंट्स के साथ फायटोन्यूट्रीएंट्स होते हैं. इनसे सेहत से जुड़े कई फायदे मिलते हैं. हालांकि, इसके साइड इफेक्ट को लेकर भी चिंता व्यक्त की जाती है. गर्भावस्था में सोयाबीन खाना- अच्छा है या बुरा.

    Is it safe to eat soybeans in pregnancy?
    क्या गर्भावस्था में सोयाबीन खाना सुरक्षित है?

    जी हां, गर्भावस्था में सोयाबीन खाना सुरक्षित है अगर इसे संयमित मात्रा में खाया जाए. सोया बीन कई प्रकार के होते हैं. हर किसी के अपने फायदे और नुकसान हैं, इनमें सोया चंक भी शामिल हैं. क्या सोया चंक गर्भवती महिलाओं के लिए अच्छा है? गर्भावस्था के दौरान सोया चंक, प्रोटीन के अच्छे स्रोत साबित होते हैं लेकिन इसमें आइसोफ्लेवोनीज बहुत ज्यादा मात्रा में होता है जो एस्ट्रोजन स्तर को बढ़ाने का काम करता है. इसलिए, गर्भावस्था में सोया चंक जरूरत से ज्यादा मात्रा में खाना सेहत के लिए अच्छा नहीं है. टोफू में चंक से भी ज्यादा एंटीऑक्सीडेंट होते हैं लेकिन टोफू की ज्यादा मात्रा खाने से ब्रेस्ट कैंसर का खतरा होता है. सोया मिल्क में टोफू के मुकाबले कैलोरी की मात्रा कम होत है लेकिन इसकी ज्यादा मात्रा बदहजमी का कारण बन सकती है. गर्भावस्था में सोयाबीन खाना सुरक्षित है लेकिन शर्त यह है कि इसे अच्छी तरह से पकाया गया हो और संयमित तरीके से खाया जाए.

    ये भी पढ़े : प्रेगनेंसी के दौरान सहजन की फली : फायदें और साइड इफेक्ट

    Soybeans nutritional value
    सोयाबीन की पोषण वैल्यू

    सोयाबीन में प्रोटीन मुख्य रूप से पाया जाता है. इसमें दूसरे पोषक तत्व भी होते हैं. वे क्या हैं?

    100 ग्राम उबले हुए सोयाबीन की पोषण वैल्यू आगे बताई गई हैः

    1. इसमें 18.2 ग्राम प्रोटीन होता है जो इसका मुख्य घटक है. इसमें प्रोटीन कॉन्टेंट सूखे वजन का 36 से 56% तक होता है.
    2. इसमें 8.4 ग्राम कार्बोहाइड्रेट्स होते हैं. इका ग्लीसेमिक्स इंडेक्स कम होत है. इसलिए, तेजी से शुगर लेवल बढ़ने का डर नहीं होता.
    3. इसमें 9 ग्राम फैट हा है. इसे 1.3 ग्राम सेचुरेटेड फैट, 1.98 ग्राम मोनो सेचुरेटेड फैट और 5.06 ग्राम पॉलीअनसेचुरेटेड फैट होता है. सोयाबीन में लिनोलीक एसिड मख्य फैट होता है.
    4. सोयाबीन में 6 ग्राम फाइबर होता है. इसमें सॉल्यूबल और इनसॉल्यूबल फाइबर दोनों होते हैं.
    5. इसमें 3 ग्राम शुगर होती है.
    6. यह ओमेगा-3 फैटी एसिड का अच्छा स्रोत है. इसके हर आधा कम में 510 मिलीग्राम ओमेगा-3 फैटी एसिड होता है.
    7. ऊपर बताई गई चीजों के अलावा इसमें कई तरह के मिनरल्स जैसे मैग्नीज, कॉपर, फॉलेट, थियामीन, फॉस्फोरस, और विटामिन के1 होते हैं.
    8. 100 ग्राम सोयाबीन में कैलोरी की मात्रा 172 होती है.

    Benefits of soybean in pregnancy
    गर्भावस्था में सोयाबीन के फायदे

    गर्भावस्था में सोयाबीन खाने के कई सारे फायदे हैं.
    यह प्रोटीन का अच्छा स्रोत है, यह होने वाले बच्चे के दिमाग के साथ-साथ पूरे शरीर की ग्रोथ में मदद करता है. इतना ही नहीं, यह बच्चे को ऑक्सीजन और ब्लड सप्लाय बेहतर करने में मदद करता है.
    ओमेगा-3 फैटी एसिड महत्वपूर्ण होते हैं क्योंकि ये बच्चे के दिमाग और रेटीना के लिए बिल्डिंग ब्लॉक का काम करते हैं.
    फाइबर की वजह से डाइजेशन बेहतर होता है.
    सोयाबीन में पाए जाने वाले मिनरल में सेहत से जुड़े ढेर सारे फायदे मिलते हैं और भ्रूण को पोषण देते हैं.
    कार्बोहाइड्रेट से एनर्जी का स्तर बढ़ता है.
    फॉलेट और जिंक की वजह से बच्चे में जन्मजात बीमारियां नहीं होती.

    ये भी पढ़े : प्रेगनेंसी में प्रोटीन पाउडर: बेनिफिट्स, रिस्क और बहुत कुछ

    Risks of soybean during pregnancy
    गर्भावस्था में सोयाबीन खाने के नुकसान

    1.आइसोफ्लेवोन्स

    सोयाबीन में पाया जाने वाला आइसोफ्लेवोन्स असल में फायटोएस्ट्रोजन होते हैं और इनमें वही गुण होते हैं जो इंसानो में मिलने वाले एस्ट्रोजन में मिलते है. गर्भावस्था में सयबीन की ज्यादा मात्रा खाने से बच्चे की ग्रोथ पर असर पड़ता है.

    2.फाइटिक एसिड

    इसमें फाइटिक एसिड भी होता है जो कि नुकसान पहुंचाने वाली धातुओं को शरीर में सोखने से रोकता है जैसे कि लेड और पारा. हालांकि, यह शरीर में मिनरल्स जैसे मैग्नेशियम, कैल्शियम, आइरन और जिंक के सोखने पर भी रोक लगा सकता है. गर्भावस्था में यह सभी मिनरल्स जरूरी होते हैं और भ्रूण की ग्रोथ में मदद करते हैं.

    3.पेस्टिसाइड्स

    सोयाबीन में पेस्टिसाइड की मौजूदगी की वजह से हार्मोनल का स्तर गड़ब़ड़ा सकता है जो कि गर्भावस्था में नुकसानदायक हो सकता है. इसलिए, इन्हें पकाने से पहले अच्छी तरह से धो लेना चाहिए.

    4. एस्ट्रोजन

    सोयाबीन शरीर में एस्ट्रोजन का स्तर बढ़ाते हैं इसलिए इनसे कैंसर, खासतौर पर ब्रेस्ट कैंसर होने का खतरा रहता है.

    Is it Harmful to Consume too many Soya Chunks During Pregnancy?
    क्या गर्भावस्था में अधिक मात्रा में सोया चंक खाना नुकसानदायक होता है?

    गर्भावस्था में सोया चंक को लेकर कोई निष्कर्ष देने वाली स्टडी सामने नहीं आए हैं. कुछ स्टडी जानवरों और चूहों पर किए गए हैं. हालांकि, स्टडी को लेकर यहां रिपोर्ट दी गई हैं:

    1. 2021 में एक स्टडी की गई थी और इसमें चेतावनी दी गई थी कि सोया में मौजूद फायटोएस्ट्रोजन, बच्चे की रिप्रोडक्टिव हेल्थ पर असर डालता है.
    2. 2013 में की गई एक स्टडी में बताया गया है कि जरूरत से ज्यादा सोया बीन बच्चों में यूरोलॉजिकल समस्याएं जिन्हें हाइपोस्पेडिआज होने का आशंका रहती है.
    3. 2016 में चूहों पर हुई एक और स्टडी में दावा किया गया है कि ज्यादा मात्रा में सोया बीन खाने से बच्चे के इम्यून सिस्टम पर असर पड़ता है, खासतौर पर लड़कियों में. इसलिए, यह बेहतर होगा कि गर्भावस्था में सोयाबीन की ज़्यादा मात्रा खाने से बचना चाहिए.

    How much soy should a pregnant woman consume?
    गर्भवती महिलाओं को कितना सोया खाना चाहिए?

    गर्भवती महिलाओं के लिए सोयाबीन की कोई मात्रा तय नहीं है. हालांकि, विशेषज्ञ गर्भावस्था में एक कम सोया मिल्क या आधा कप टोफू या आधा कप सोया चंक या आधा कप सोयाबीन खाने की सलाह देते हैं. अगर आप बताई गई मात्रा से ज्यादा सोयाबीन खाती हैं तो इसके साइड इफेक्ट हो सकते हैं. यह बेहतर होगा कि गर्भावस्था में आप कितना सोयाबीन खा सकती हैं यह जानने के लिए अपने डॉक्टर से कंसल्ट कर लें.


    References

    1. Pang X, Cai C, Dong H, Lan X, Zhang Y, Bai D, Hao L, Sun H, Li F, Zeng G. (2022). Soy foods and nuts consumption during early pregnancy are associated with decreased risk of gestational diabetes mellitus: a prospective cohort study. J Matern Fetal Neonatal Med.

    2. Miyake Y, Tanaka K, Okubo H, Sasaki S, Tokinobu A, Arakawa M. (2021). Maternal consumption of soy and isoflavones during pregnancy and risk of childhood behavioural problems: the Kyushu Okinawa Maternal and Child Health Study. Int J Food Sci Nutr.

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    Soybean in Pregnancy in English, Soybean in Pregnancy in Tamil, Soybean in Pregnancy in Telugu, ⁠Soybean in Pregnancy in Bengali

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    Written by

    Parul Sachdeva

    A globetrotter and a blogger by passion, Parul loves writing content. She has done M.Phil. in Journalism and Mass Communication and worked for more than 25 clients across Globe with a 100% job success rate. She has been associated with websites pertaining to parenting, travel, food, health & fitness and has also created SEO rich content for a variety of topics.

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