hamburgerIcon
login

VIEW PRODUCTS

ADDED TO CART SUCCESSFULLY GO TO CART

Article Continues below advertisement

  • Home arrow
  • Ayurveda & Homepathy arrow
  • Chandraprabha Vati Benefits in Hindi| महिला और पुरुष दोनों की सेहत का ख़्याल रखती है चंद्रप्रभा वटी arrow

In this Article

    Chandraprabha Vati Benefits in Hindi| महिला और पुरुष दोनों की सेहत का ख़्याल रखती है चंद्रप्रभा वटी

    Ayurveda & Homepathy

    Chandraprabha Vati Benefits in Hindi| महिला और पुरुष दोनों की सेहत का ख़्याल रखती है चंद्रप्रभा वटी

    22 September 2023 को अपडेट किया गया

    Article Continues below advertisement

    आयुर्वेद में ऐसी कई जड़ी- बूटियाँ हैं, जो हमारी सेहत के लिए बहुत ही फ़ायदेमंद होती है. चंद्रप्रभा वटी उन्हीं में से एक है. इस आर्टिकल में डिटेल में जानें चंद्रप्रभा वटी और इससे होने वाले फ़ायदों के बारे में!

    चंद्रप्रभा वटी क्या है? (Chandraprabha Vati meaning in Hindi)

    चंद्रप्रभा वटी एक ट्रेडीशनल आयुर्वेदिक फॉर्मूलेशन है जो अपने गुणों के कारण भारत में काफ़ी लोकप्रिय है. यह गोली की फॉर्म में मिलती है जिसे रोग की तीव्रता के अनुसार डॉक्टर की सलाह पर पानी या दूध के साथ लिया जाता है.यह ने केवल यूरिनरी सिस्टम को स्वस्थ रखती है; बल्कि यूरिनरी ट्रेक से संबंधित डिसऑर्डर और किडनी फंक्शन में सुधार लाने में अद्भुद लाभकारी है. आयुर्वेद के अनुसार चंद्रप्रभा वटी शरीर के दोषों में संतुलन लाती है जिसे ओवरऑल हेल्थ स्ट्रांग बनती है.

    आइये जानते हैं चंद्रप्रभा वटी से महिलाओं को होने वाले (Chandraprabha Vati Ke Fayde) ख़ास फ़ायदों के बारे में.

    महिलाओं के चंद्रप्रभा वटी के फ़ायदे (Benefits of chandraprabh vati for females in Hindi)

    मुख्य रूप से गुग्गुलु, शिलाजीत, त्रिफला और अन्य औषधीय जड़ी-बूटियों से बनी हुई यह वटी महिलाओं की कई समस्याओं में लाभकारी है जैसे-

    1. मेंस्ट्रुअल डिसऑर्डर से राहत दे (Relieves menstrual disorders)

    चंद्रप्रभा वटी मासिक धर्म से जुड़े हुए विकारों को कम करने के लिए एक बेहतरीन औषधि है. इसमें मौजूद जड़ी बूटियाँ फ़ीमेल रिप्रोडक्टिव सिस्टम पर बेहद सकारात्मक प्रभाव डालती हैं जिससे इरेगुलर मेंस्ट्रूअल साइकिल को ठीक करने और इससे जुड़ी हुई अन्य परेशानियाँ; जैसे- तेज़ क्रैंप्स, और बहुत ज़्यादा ब्लीडिंग में राहत मिलती है.

    Article continues below advertisment

    2. मिसकैरेज का रिस्क कम करे (Reduce the risk of miscarriage)

    चंद्रप्रभा वटी के हर्बल कंपाउंड हार्मोनल बैलेंस लाने में मदद करते हैं और पूरे रिप्रोडक्टिव सिस्टम को मज़बूत बनाते हैं. एक स्ट्रांग और हेल्दी यूटरस में गर्भपात का खतरा काफ़ी कम हो जाता है.

    3. डाइजेस्टिव हेल्थ में सुधार करे (Promotes digestive health)

    चंद्रप्रभा वटी के एक्टिव कॉम्पोनेंट; जैसे- अदरक, पिप्पली और आँवला प्राकृतिक जड़ी-बूटियाँ हैं जो, डाइजेस्टिव एंजाइम्स को स्टिमुलेट करने और पाचन क्रिया में सुधार करने में मदद करते हैं. यह अपच (indigestion) सूजन (bloating) और पेट फूलने (flatulence) जैसी परेशानियों को कम कर करने में बेहद इफेक्टिव है और पूरी गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल हेल्थ को मज़बूत करती है.

    इसे भी पढ़ें : इम्यून सिस्टम से लेकर लाइफस्टाइल तक में सुधार करती है सफ़ेद मूसली

    4. रिप्रोडक्टिव हेल्थ को सपोर्ट करे (Supports reproductive health)

    चंद्रप्रभा वटी में अश्वगंधा, शतावरी और गोक्षुरा जैसे नेचुरल कंपाउंड हैं जिनसे रिप्रोडक्टिव हेल्थ को मजबूती मिलती है, हार्मोनल संतुलन बना रहता है और प्रजनन क्षमता में सुधार आता है. महिलाओं में यह पीरियड्स को रेगुलर करने और गर्भाशय से जुड़े रोगों में बेहद लाभकारी है.

    5. यूटीआई से राहत दे (Relieves urinary tract infections)

    चंद्रप्रभा वटी यूरिनरी ट्रैक इन्फेक्शन (UTI) से राहत दिलाने में बेहद कामयाब है. गोक्षुरा, पुनर्नवा और उशिरा जैसी जड़ी बूटियों से पेशाब खुल कर लाने (diuretic) में मदद मिलती है जबकि इसकी एंटीबैक्टीरियल प्रॉपर्टीज (antimicrobial properties) यूटीआई से निपटने, टॉक्सिन्स को बाहर निकालने और यूरिनरी ट्रैक की जलन को शांत करती है.

    Article continues below advertisment

    6. त्वचा को हेल्दी बनाए (Enhances skin health)

    चंद्रप्रभा वटी स्किन केयर के लिए भी बेहद असरदार है. इसमें नीम, हरिद्रा और मंजिष्ठा जैसे प्राकृतिक तत्व होते हैं जिनसे मुँहासों को सुखाने में मदद मिलती है और दाग धब्बे हल्के हो जाते हैं जिससे त्वचा साफ़ और स्वस्थ होती है. इस से एक्जिमा (eczema) और डर्मेटाइटिस (dermatitis) में भी लाभ मिलता है.

    7. डायबिटीज को कंट्रोल करे (Control diabetes)

    उचित आहार और व्यायाम के साथ-साथ चंद्रप्रभा वटी का प्रयोग डायबिटीज का एक इफेक्टिव आयुर्वेदिक उपचार है और इससे ब्लड शुगर को नियंत्रित करने में काफ़ी मदद मिलती है. गुड़मार, आँवला और हल्दी जैसी औषधीय जड़ी-बूटियों का इसका अनूठा मिश्रण, इंसुलिन सेंसिटिविटी (insulin sensitivity) को बढ़ाता है और ब्लड शुगर लेवल को रेगुलेट करता है जिससे ग्लाइसेमिक कंट्रोल (glycemic control) में बढ़ोत्तरी होती है.

    पुरुषों के लिए चंद्रप्रभा वटी के फ़ायदे (Benefits of chandraprabh vati for males in Hindi)

    महिलाओं के लिए चंद्रप्रभा वटी के इन फ़ायदों को जानने के बाद अब जानते हैं कि पुरुषों के लिए ये कैसे (Chandraprabha Vati Ke Fayde) लाभकारी है.

    1. प्रोस्टेट हेल्थ का ख़्याल रखे (Promotes prostate health)

    चंद्रप्रभा वटी में गोक्षुरा, शिलाजीत और वरुण जैसी जड़ी-बूटियों का मिश्रण होता है जो प्रोस्टेट ग्लेण्ड से संबंधित बीमारियों के रिस्क को कम करता है. इसे अन्य दवाओं के साथ एक सहायक औषधि के रूप में लेने से बेहद लाभ मिलता है.

    2. सेक्शुअल हेल्थ में सुधार करे (Enhances sexual health)

    चंद्रप्रभा वटी सेक्शुअल हेल्थ को भी मज़बूत करती है. अश्वगंधा, शतावरी और कपिकाचू जैसे प्राकृतिक तत्व सेक्स ड्राइव को बढ़ाने, स्टेमिना को मज़बूत करने और ओवरऑल सेक्शुअल परफॉर्मेंस को इंप्रूव करने में मदद करते हैं. साथ ही, इससे स्पर्म क्वालिटी और मोटिलिटी में भी सुधार आता है.

    Article continues below advertisment

    इसे भी पढ़ें : स्पर्म मोटिलिटी का क्या होता है फर्टिलिटी से कनेक्शन?

    3. किडनी के फंक्शन को सपोर्ट करे (Supports kidney function)

    चंद्रप्रभा वटी का गोक्षुरा, पुनर्नवा और हरिद्रा सहित अन्य औषधीय जड़ी-बूटियों का मिश्रण मूत्रवर्धक (diuretic) और एंटी इन्फ्लेमेटरी (anti-inflammatory) गुणों वाला होता है. यह टॉक्सिन्स को बाहर निकालने, और किडनी को स्वस्थ करने में बेहद लाभकारी है. किडनी स्टोन और यू टी आई (UTI) होने पर भी इस वटी के प्रयोग से लाभ मिलता है.

    4. हार्मोन्स को संतुलित करे (Balances hormones)

    चंद्रप्रभा वटी को पारंपरिक रूप से हार्मोनल असंतुलन को ठीक करने के लिए लिया जाता है. अश्वगंधा, शतावरी और गुडुची जैसे स्ट्रॉंग कंपोनेंट से एंडोक्राइन सिस्टम (endocrine system) मज़बूत बनता है और हार्मोनल लेवल को रेगुलेट करने में मदद मिलती है.

    5. इम्यूनिटी को बढ़ाए (Boosts immunity)

    चंद्रप्रभा वटी रोग प्रतिरोधक क्षमता (immunity) को बढ़ाती है. गुडुची, आमलाकी और हरीतकी जैसे प्राकृतिक तत्वों वाले इसके अनूठे कंबीनेशन में इम्यूनोमॉड्यूलेटरी (immunomodulatory) गुण होते हैं, जो इन्फेक्शन और बीमारियों के खिलाफ शरीर के डिफेंस मेकैनिज्म (defense mechanisms) को स्ट्रांग करते हैं.

    आइये अब जानते हैं कि क्या इस बेहद लाभकारी औषधि के कुछ साइड इफेक्ट भी हैं!

    Article continues below advertisment

    चंद्रप्रभा वटी के साइड इफेक्ट्स (Side effects of chandraprabha vati in Hindi)

    चंद्रप्रभा वटी का प्रयोग डॉक्टर की सलाह के अनुसार करने पर यह पूरी तरह से सुरक्षित है लेकिन कभी- कभी इसके कुछ सामान्य साइड इफेक्ट दिखाई देते हैं; जैसे-

    • पाचन संबंधी गड़बड़ी
    • दस्त या पेट ख़राब होना
    • एलर्जिक रिएक्शन
    • शरीर में गर्मी का बढ़ना या गर्मी का अहसास होना

    चंद्रप्रभा वटी को कैसे करें इस्तेमाल? (Chandraprabha vati use in Hindi)

    चंद्रप्रभावटी का पूरा लाभ मिल सके इसके लिए इसका सही तरह से सेवन करना आवश्यक है. आगे आपको बताएँगे इसे कैसे (Chandraprabha vati use in hindi) प्रयोग करें.

    • मात्रा

    बड़ों के लिए चंद्रप्रभा वटी दिन में दो बार 2 गोली तक (250-500 मिलीग्राम) ली जा सकती है हालाँकि, यह रोग की तीव्रता के अनुसार कम भी हो सकती है.

    • लेने का सही समय

    इसे भोजन के बाद गर्म पानी के साथ या दूध के साथ सुबह खाली पेट लिया जाता है.

    बिना डॉक्टर की सलाह के इसे ना लें. इसके सेवन के साथ-साथ डॉक्टर द्वारा बताए गए परहेज़, संतुलित भोजन और स्वस्थ जीवनशैली से आप इसके फ़ायदों को कई गुना बढ़ा सकते हैं. इसके सेवन के दौरान अगर आपको किसी भी तरह का रिएक्शन या असुविधा हो, तो तुरंत अपने डॉक्टर से राय लें.

    Article continues below advertisment

    प्रो टिप (Pro Tip)

    हर्बल सप्लीमेंट्स के प्रति हर व्यक्ति के शरीर का रिएक्शन अलग-अलग होता है. चंद्रप्रभा वटी हालाँकि पूरी तरह सुरक्षित औषधि है लेकिन किसी भी कॉम्प्लिकेशन से बचने के लिए इसके प्रयोग से पहले एक योग्य आयुर्वेदिक चिकित्सक से परामर्श लें ख़ासकर प्रेग्नेंसी और ब्रेस्टफ़ीडिंग के साथ. इसके अलावा अगर आपकी पहले से ही कोई मेडिकल कंडीशन है या फिर आप अन्य दवाएँ ले रहे हैं तो भी डॉक्टर से पूछना आवश्यक है.

    रेफरेंस

    1. Wanjari MM, Mishra S, Dey YN, Sharma D, Gaidhani SN, Jadhav AD. (2016). Antidiabetic activity of Chandraprabha vati - A classical Ayurvedic formulation.

    2. Kumari A, Muthu SA, Prakash P, Ahmad B. (2020). Herbalome of Chandraprabha vati, a polyherbal formulation of Ayurveda prevents fibrillation of lysozyme by stabilizing aggregation-prone intermediate state. Int J Biol Macromol.

    Tags

    Chandraprabha Vati in English

    Article continues below advertisment

    Is this helpful?

    thumbs_upYes

    thumb_downNo

    Written by

    Kavita Uprety

    Get baby's diet chart, and growth tips

    Download Mylo today!
    Download Mylo App

    RECENTLY PUBLISHED ARTICLES

    our most recent articles

    Mylo Logo

    Start Exploring

    wavewave
    About Us
    Mylo_logo

    At Mylo, we help young parents raise happy and healthy families with our innovative new-age solutions:

    • Mylo Care: Effective and science-backed personal care and wellness solutions for a joyful you.
    • Mylo Baby: Science-backed, gentle and effective personal care & hygiene range for your little one.
    • Mylo Community: Trusted and empathetic community of 10mn+ parents and experts.