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Pregnancy Journey
29 September 2023 को अपडेट किया गया
हो सकता है कि आपको प्रेग्नेंसी के दौरान चाय की चुस्कियाँ लेना पसंद हो, लेकिन क्या आपने कभी सोचा है प्रेग्नेंसी के दौरान चाय पीना कितना सुरक्षित है? और चाय का गर्भ में पल रहे शिशु पर क्या होता है? अगर नहीं, तो यह आर्टिकल आपके लिए है. इस आर्टिकल के ज़रिये हम आपको डिटेल में बताएँगे कि प्रेग्नेंसी के दौरान आपको चाय पीना चाहिए या नहीं!
चाय आमतौर पर दुनियाभर में सबसे अधिक पसंद की जाती है. थकान को दूर करना हो या फिर सिरदर्द से राहत, चाय दिल और दिमाग़ दोनों को तुरंत तरोताज़ा करने का काम करती है. आपने चाय के शौक़ीन लोगों को देखा होगा. कई ऐसे लोग होते हैं, जिनके दिन की शुरुआत चाय से होती है और वे सोने से पहले तक चाय पी रहे होते हैं. लेकिन क्या इतनी चाय पीना वाकई सेहत के लिए सही है? ख़ासकर जब बात प्रेग्नेंसी जैसे नाज़ुक समय की हो. ख़ैर! प्रेग्नेंसी में चाय पीना सुरक्षित है या नहीं, यह जानने से पहले आपको यह जानना चाहिए कि आख़िर चाय में कितनी मात्रा में कैफ़ीन होता है.
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बता दें कि कैफ़ीन एक उत्तेजक की तरह काम करता है. यह प्लेसेंटा को क्रॉस करके दिल की धड़कनों को बढ़ा सकता है. इसकी वजह से अनिद्रा की दिक्कत हो सकती है. बहुत ज़्यादा कैफ़ीन से मिसकैरेज भी हो सकता है. इसलिए जरूरी है कि प्रेग्नेंसी में इसका सीमित सेवन ही किया जाए. एक कप चाय में कितनी मात्रा में कैफ़ीन होगा, यह कई फैक्टर्स पर निर्भर करता है; जैसे कि - चाय की पत्तियों के प्रकार, चाय की उत्पत्ति और उसकी प्रोसेसिंग, चाय बनाने के समय और किस टेम्परेचर पर उसे उबाला गया है, आदि. हालाँकि, आमतौर पर एक कप चाय में 20 से 60 मिलीग्राम के बीच कैफ़ीन की मात्रा होती है. वहीं, हर्बल चाय में कैफ़ीन की मात्रा कम होती है.
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प्रेग्नेंसी के दौरान हर्बल चाय पीना सुरक्षित माना जाता है. दरअसल, इसमें कैफ़ीन की मात्रा कम होती है, जिसके कारण इसके साइड इफेक्ट्स नहीं होते हैं. आपकी सुविधा के लिए हम आपको यहाँ पर चाय की एक लिस्ट बताने जा रहे हैं, जिसे आप प्रेग्नेंसी के दौरान पी सकते हैं.
चाय में जब अदरक डलता है, तो इसका स्वाद और बढ़ जाता है. अगर प्रेग्नेंसी के दौरान आपको मॉर्निंग सिकनेस, सर्दी-जुकाम या फिर गले में खराश महसूस हो रही है, तो अदरक वाली चाय पी सकते हैं. इस चाय में आप थोड़ा-सा शहद भी मिला सकते हैं. लेकिन ध्यान रखें, अदरक की मात्रा अधिक नहीं होना चाहिए.
अगर प्रेग्नेंसी के दौरान आप घबराहट महसूस करते हैं या आपको चिड़चिड़ापन महसूस होता है, तो आप लेमन बाम टी ट्राई कर सकते हैं. लेबन बाम टी नींद की समस्या को दूर करने में भी मदद करती है.
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प्रेग्नेंसी में पुदीने की चाय पीना उन महिलाओं के लिए फ़ायदेमंद हो सकता है, जो उल्टी, मतली और बेचैनी का अनुभव करती हैं. इसके अलावा, पुदीने की चाय पाचन से संबंधित समस्याओं को दूर करने में भी मदद करती है.
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नेटल टी आयरन, कैल्शियम, पोटैशियम, मैग्नीशियम और विटामिन के गुणों से भरपूर होती है. इसके सेवन से डिलीवरी होने के बाद न्यू मॉम को मिल्क सप्लाई की परेशानी नहीं होती है.
कैमोमाइल मैग्नीशियम और कैल्शियम का बेहतरीन सोर्स मानी जाती है. ऐसे में जिन महिलाओं को कैल्शियम की कमी होती है, उन्हें कैमोमाइल चाय पीना चाहिए. इससे हड्डियाँ मज़बूत होती हैं. ग्रीन टी, ब्लैक टी, और व्हाइट टी सभी, प्रेग्नेंसी के दौरान कभी-कभी पीने के लिए सुरक्षित होती हैं. इन चाय में दूसरों की तुलना में कैफ़ीन कम होता है और इनमें स्वास्थ्य से जुड़े कई फायदे भी मिलते हैं. इसके अलावा, प्रेग्नेंसी के दौरान हर्बल चाय पीना सुरक्षित माना जाता है. लेकिन फिर भी यह जरूरी है कि आप अपने लिए कोई भी हर्बल टी चुनने से पहले एक बार अपने डॉक्टर से ज़रूर परामर्श कर लें, क्योंकि कुछ जड़ीबूटियां गर्भवती महिलाओं पर नकारात्मक असर डाल सकती हैं. साथ ही, प्रेग्नेंसी के दौरान आपको काली चाय, ऊलोंग (Oolong) और ग्रीन टी, जिनसेंग, येलो डॉक, सौंफ (Fennel), और अजवाइन की चाय पीने से बचना चाहिए. इस तरह की चाय माँ और बेबी दोनों के लिए नुक़सानदायक होती हैं.
प्रेग्नेंसी के दौरान अधिक चाय पीने से कई तरह के साइड इफेक्ट्स देखे जा सकते हैं; जैसे कि-
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प्रेग्नेंसी के दौरान अधिक चाय पीने से एसिडिटी, अपच (Indigestion), डिहाइड्रेशन (Dehydration), एसिड रिफ्लक्स (Acid reflux) आदि की समस्या हो सकती है.
अक्सर प्रेग्नेंसी के दौरान महिलाओं के शरीर में ब्लड की कमी हो जाती है. ऐसे में अधिक चाय का सेवन करने से शरीर में आयरन की कमी हो सकती है, जो आगे चलकर एनीमिया का कारण बन सकता है.
चाय का असर गर्भवती महिला की नींद पर भी हो सकता है. नींद पूरी न होने के कारण आपको थकान और कमज़ोरी महसूस हो सकती है.
प्रेग्नेंसी के दौरान अधिक चाय का सेवन न सिर्फ़ माँ; बल्कि गर्भ में पल रहे शिशु के लिए भी नुक़सानदायक हो सकता है. इसका असर बेबी की ग्रोथ पर पड़ सकता है और इससे कारण जन्म के समय बेबी का वज़न कम हो सकता है.
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ऐसा नहीं है कि आप प्रेग्नेंसी के दौरान चाय नहीं पी सकती हैं. लेकिन इस समय आपको इसकी मात्रा पर ध्यान देना चाहिए. जैसे अगर आपको दूध वाली चाय पसंद है, तो एक कप से ज़्यादा न पिएँ.
रेफरेंस
1. Jasim SK, Al-Momen H, Alqurishi AK. (2021). Effects of excessive tea consumption on pregnancy weight gain and neonatal birth weight.
2. Lu JH, He JR, Shen SY, Wei XL, Chen NN, Yuan MY, et al. (2017). Does tea consumption during early pregnancy have an adverse effect on birth outcomes?
3. Terzioglu Bebitoglu B. (2020). Frequently Used Herbal Teas During Pregnancy.
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Written by
Parul Sachdeva
A globetrotter and a blogger by passion, Parul loves writing content. She has done M.Phil. in Journalism and Mass Communication and worked for more than 25 clients across Globe with a 100% job success rate. She has been associated with websites pertaining to parenting, travel, food, health & fitness and has also created SEO rich content for a variety of topics.
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