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Updated on 10 August 2023
बढ़ता वज़न कई महिलाओं के लिए परेशानी का कारण बन जाता है. इससे न सिर्फ़ आत्मविश्वास कम होता है; बल्कि कई बीमारियों को न्योता भी मिलता है. ऐसे में वज़न कम करने के लिए महिलाएँ हर संभव कोशिश करती हैं और कभी-कभी तो वे बिना सोचे-समझे ऐसे उपाय अपना लेती हैं, जिसका नेगेटिव असर बाद में देखने को मिलता है. अगर आप भी बढ़ते वज़न से परेशान हो गए हैं और वज़न कम करने के बारे में सोच रहे हैं तो यह आर्टिकल आपके लिए ही है, क्योंकि इस आर्टिकल के ज़रिये हम आपको ऐसे टॉप 20 टिप्स बताएँगे, जो आपकी मुश्किल को आसान कर सकते हैं.
खाना खाने से पहले पानी पीना किसी व्यक्ति को बहुत ज़्यादा कैलोरी लेने से बचाता है.जो लोग खाना खाने से पहले पानी पीते हैं उनका वज़न 44 प्रतिशत तेज़ी से कम होता है.
रुक-रुक कर उपवास करने से 12 घंटों के बाद शरीर एनर्जी के लिए फैट सेल को जलाता है. ईटिंग विंडो के दौरान भी व्यक्ति को ध्यान रखना चाहिए कि वह ज़्यादा न खाएँ. उपवास के दौरान पानी और बिना कैलोरी वाले ड्रिंक का सेवन कर सकते हैं.
पास्ता, पिज़्ज़ा, व्हाइट ब्रेड, चिप्स और फ्राइज़ जैसे फूड की जगह साबुत अनाज वाले फूड; जैसे -ओट्स, क्विनोआ, ब्राउन राइस आदि को अपनाने से महिलाओं को वज़न घटाने में काफ़ी मदद मिल सकती है.
वज़न को लगातार कम करने के लिए रोज़ाना 30 मिनिट की एक्सरसाइज़ काफ़ी है. यह आफ्टर बर्न बढ़ाकर वज़न कम करने में मदद करता है.
वज़न घटाने के लिए आप 100% नेचुरल वेट लॉस टी को चुनें. इस तरह की टी वज़न घटाने में काफ़ी इफेक्टिव होती हैं.
ब्लैक कॉफ़ी में क्लोरोजेनिक एसिड होता है, जो वज़न कम करने में मदद करता है. यह एसिड शरीर में ग्लूकोज और फैट सेल के बनने की प्रक्रिया को धीमा करता है. कैफ़ीन भूख को असरदार तरीक़े से दबाने में मदद करता है.
नींद के लिए एक शेड्यूल बनाने और कम से कम 6 से 8 घंटे की पर्याप्त नींद लेने से वज़न घटाने में मदद मिलती है. नींद की कमी से मेटाबॉलिज्म धीमा हो सकता है.
अंडे हाई-क्वालिटी प्रोटीन, हेल्दी फैट, मिनरल और विटामिन प्रदान करते हैं. एक बड़े अंडे में लगभग 74 कैलोरी होती है. इस वजह से यह कम कैलोरी और हाई प्रोटीन वाला फूड है. वज़न घटाने के लिए महिलाएँ 2 अंडे खा सकती हैं.
30 ग्राम फ़ाइबर का सेवन महिलाओं को वज़न कम करने में मदद कर सकता है. इससे आप लंबे समय तक पेट भरा हुआ महसूस करते हैं और यह आंतों के लिए अच्छा है . यह कैंसर और डायबिटीज़ जैसी बीमारियों का खतरा कम करता है. सेब, बीन्स, शकरकंद, पालक और पत्तेदार सब्ज़ियाँ, आदि फाइबर के बेहतरीन स्रोत हैं.
महिलाओं को खाने के दौरान ध्यान भटकाने वाली चीज़ों से बचना चाहिए, ख़ासतौर पर टीवी देखने से. खाने पर फोकस रखने से ख़ुद को ज़्यादा खाने से रोकने में मदद मिलती है.
सी-फूड, मीट, अंडे और डेयरी प्रोडक्ट प्रोटीन के अच्छे स्रोत हैं. हाई-प्रोटीन डाइट खाने पर व्यक्ति पेट भरा हुआ महसूस करता है और यह खाने की क्रेविंग को कम कर सकता है. प्रोटीन भी वज़न बढ़ने की गति को कम करता है और महिलाओं को वजन घटाने में मदद करता है.
लो-कार्ब डाइट पर फोकस रखने से महिलाओं को कार्बोहाइड्रेट का सेवन कम करने में मदद मिलती है. लो-कार्ब डाइट आगे जाकर हृदय रोग और डायबिटीज़ जैसे रोगों से बचाव करती है. साबुत अनाज, फल, फलियां, दूध, नट और बीज आदि लो-कार्ब फूड हैं.
तनाव कोर्टिसोल नामक हंगर हार्मोन को बढ़ाता है. इसलिए अगर आप वज़न घटाना चाहते हैं, तो तनाव से दूरी बना लें.
एक साथ बहुत सारा खाना खाने से अच्छा है कि आप कुछ गैप में खाना खाएँ. जंक और प्रोसेस्ड फूड खाने से बचें. प्रोसेस्ड फूड के सेवन को कम करके आप ख़ुद को गैर ज़रूरी कैलोरी लेने से रोक सकती हैं.
छोटी प्लेट में भोजन की कम मात्रा होने पर भी प्लेट भरी होने के कारण ज़्यादा खाने का मनोवैज्ञानिक बोध होता है. इसलिए खाने के दौरान आप छोटी प्लेट का ही उपयोग करें.
खाने के हर निवाले को धीरे-धीरे चबाने से भोजन अच्छी तरह बाऱीक हो जाता है और आसानी से पच जाता है.
ये फाइबर, विटामिन, कार्ब्स और मिनरल का अच्छा स्रोत हैं. ये खाने को पौष्टिक बनाते हैं. इसके अलावा, इनमे भरपूर एंटीऑक्सिडेंट होते हैं, जो पुरानी बीमारियों से लड़ने में मदद करते हैं.
ये आंत में हेल्दी बैक्टीरिया को बढ़ाने में मदद करते हैं. यह पाचन को बेहतर करने में मदद करता है और शरीर में फैट की मात्रा को कम करता है.
योग ना सिर्फ़ वज़न कम करने में मदद करता है; बल्कि यह तनाव भी घटाता है. यह शरीर और मन पर कंट्रोल विकसित करता है.
20.थोड़ी वेट लिफ्टिंग अच्छी है (A little weight lifting is good)
मसल मास बढ़ने से फैट कम करने में मदद मिलती है और यह लंबे वक़्त तक फ़ायदेमंद रहता है. जब एक महिला वेट ट्रेनिंग करती है, तो उसका फैट बढ़ने का प्रतिशत धीमा हो जाता है.
अगर इन टिप्स से भी आपको कोई फ़ायदा नहीं होता है, तो एक बार डॉक्टर से ज़रूर परामर्श करें. कई बार वज़न बढ़ना किसी बीमारी का संकेत भी हो सकता है.
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Written by
Parul Sachdeva
A globetrotter and a blogger by passion, Parul loves writing content. She has done M.Phil. in Journalism and Mass Communication and worked for more than 25 clients across Globe with a 100% job success rate. She has been associated with websites pertaining to parenting, travel, food, health & fitness and has also created SEO rich content for a variety of topics.
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