SHOP BABY PRODUCTS
Article Continues below advertisement
Care for Baby
9 August 2023 को अपडेट किया गया
Article Continues below advertisement
बेबी ग्रंटिंग
क्या आप सोते वक़्त अपने नवजात शिशु के घुर्राने से चिंतित हैं? तो चिंता छोड़िए. आमतौर पर, नवजात शिशु अपने पाचन तंत्र के कारण घुरघुराहट की आवाजें निकालते हैं. आमतौर पर पॉटी करते समय भी बच्चे घुर्राते हैं. अगर सोते समय नवजात शिशु घुर्राते हैं तो यह सामान्य बात है, अगर यह असामान्य रूप से लगातार जारी रहता है, तब यह किसी समस्या का संकेत हो सकता है, जो फंसे हुए कफ़, अनियमित सांस या गैस्ट्रोइसोफेगल रिफ्लक्स के कारण होता है. ग्रंटिंग को डॉक्टर 'ग्रंटिंग बेबी सिंड्रोम' भी कहते हैं.
नए पेरेंट को, अपने बेबी का घुर्राने शुरुआत में थोड़ा डरावना लग सकता है हालांकि, समय के साथ आप समझेंगे कि ग्रंटिंग दरअसल उपयोगी है. यह बच्चे को आसानी से पॉटी करने में मदद करता है. यदि आपका बच्चा ऐक्टिव है, हेल्दी जीवनशैली जी रहा है और अच्छी तरह से खाता है तो ग्रंटिंग चिंता का विषय नहीं है - ऐसे मामलों में, ग्रंटिंग कुछ समय बाद बंद हो जाएगी और संभवतः कभी परेशानी का कारण ना बने .
यदि आपका नवजात शिशु घुर्राता है, तो आपको लग सकता है कि वो किसी तकलीफ में हैं हालांकि कुछ मामलों में घुर्राना नॉर्मल होता है और उसमें फिक्र की कोई बात नहीं होती है. फिर भी, कभी-कभी सोते समय नवजात शिशु का घुर्राना और कुलबुलाना/छटपटाना किसी अंदरूनी समस्या के कारण हो सकता है, जो सामान्य मल त्याग से जुड़ा नहीं है.
दरअसल जब बच्चे पैदा होते हैं, तो उनके पेट की मसल्स इतनी मजबूत नहीं होती हैं कि वे बिना कोई दबाव डाले पॉटी कर सकें. बच्चे अपने डायाफ्राम की मसल्स का उपयोग करके पॉटी करने के लिए दबाव बनाते हैं, इससे उनके वॉयस-बॉक्स पर ज़ोर पड़ता है और घुर्राने की आवाज़ आने लगती है..
Article continues below advertisment
शिशुओं में मल त्याग करने के अलावा घुर्राने के कई सामान्य कारण होते हैं. इसमे शामिल है -
नवजात शिशुओं में घुर्राना नॉर्मल है यदि यह पाचन प्रक्रिया का हिस्सा है, हालाँकि, कुछ परिस्थितियाँ ऐसी होती हैं जहाँ सोते समय बच्चे का घुर्राना एक समस्या का संकेत हो सकता है. आइए जानें कब.
अगर आप यह नोटिस करते हैं कि आपका बच्चा प्रत्येक सांस के अंत में घुर्राता है, तो यह इस बात का संकेत हो सकता है कि आपका बच्चा किसी सांस से संबंधित समस्या का सामना कर रहा है. ऐसे मामलों में, डॉक्टर से ग्रन्टिंग की जाँच करवाना बेहतर होता है.
यदि नवजात शिशु सोते समय घुरघुराते हैं तो यह नॉर्मल है और कुछ समय बाद यह बंद हो जाता है. लेकिन अगर आप नोटिस करते हैं कि आपका बच्चा लगातार बेचैन है और लंबे समय तक घुरघुरा रहा है, और इसके साथ ही बुखार, बीमारी, या कुछ अन्य असामान्य लक्षण भी हैं, तब डॉक्टर के पास जाना सबसे बेहतर होगा जिससे आप यह जान सकें कि आपके बच्चे को कोई अन्य समस्या तो नहीं है.
बेहद चरम स्थितियों में, बच्चे का घुर्राना निमोनिया, अस्थमा, मेनिनजाइटिस, सेप्सिस, या सांस की कमी के कारण होने वाले हार्ट या रेसपिरेटरी फेलियर का संकेत हो सकता है.
Article continues below advertisment
जब आप अपने बच्चे को घुर्राते हुए सुनें तो सबसे पहले जानने वाली बात यह है कि आपको उसकी घुरघुराहट पर नजर रखना है. ज्यादातर मामलों में घुरघुराहट पॉटी करने के सामान्य कारणों की वजह से होगी और बच्चे के पेट की मसल्स के मजबूत होने के बाद बंद हो जाएगी.
इस बीच आप अपने बच्चे में नाक के फड़कने, वजन कम होने, बुखार, उनके सांस लेने के चक्र में रुकावट, जीभ या स्किन के नीले होने, या किसी सुस्ती के लक्षणों की जांच कर सकते हैं. यदि ये समस्याएं बनी रहती हैं, तो डॉक्टर से मिलना सही रहेगा.
यदि आप अपने बच्चे की घुर्राहट को कम करने के तरीकों की तलाश कर रहे हैं, तो इन घरेलू नुस्खों को आजमाएं -
अगर आपको लगता है कि आपका बच्चा स्वस्थ है और खुश है, तो उसके घुर्राने की आवाज के बारे में फ़िक्र करने की ज़रूरत नहीं है. मान लीजिए कि आपको लगता है कि उसकी घुरघुराहट बनी रहती है, या असामान्य लगती है. ऐसी स्थिति में, अपने बच्चे को डॉक्टर को दिखाना बेहतर होता है जिससे किसी अन्य समस्या या हेल्थ प्रॉब्लम की संभावना ना रहे.
Article continues below advertisment
Yes
No
Written by
Priyanka Verma
Priyanka is an experienced editor & content writer with great attention to detail. Mother to an 11-year-old, she's a skilled writer and has written about many niches, in both English & Hindi. She has been playing with words for 13 years.
Read MoreGet baby's diet chart, and growth tips
How to Put a Baby to Sleep in 40 Seconds in Hindi | 40 सेकंड में बेबी को कैसे सुलाएँ?
Indigestion Problem After Delivery in Hindi | डिलीवरी के बाद बदहजमी से परेशान? ऐसे पाएँ राहत!
Use of Belly Belt After Delivery in Hindi | क्या डिलीवरी के बाद आपको बेली बेल्ट का इस्तेमाल करना चाहिए?
Difference Between IUI and IVF in Hindi | आपके लिए क्या बेहतर है: IUI या IVF?
What to Wear to a Wedding While Pregnant in Hindi | प्रेग्नेंसी में कहीं शादी अटेंड करना हो तो पहनें इस तरह की ड्रेस
Postpartum Yoga in Hindi | डिलीवरी के बाद कैसे करें योग? यहाँ जानें ख़ास टिप्स
At Mylo, we help young parents raise happy and healthy families with our innovative new-age solutions:
baby carrier | baby soap | baby wipes | stretch marks cream | baby cream | baby shampoo | baby massage oil | baby hair oil | stretch marks oil | baby body wash | baby powder | baby lotion |