Low Lying Placenta
Written on 3 July 2019
प्लेसेंटा प्रिविया जो गर्भवती माँ और शिशु दोनों के लिए एक जोखिम भरी स्थिति है इसका कोई निश्चित इलाज़ नहीं है. इसका पता चलने पर केवल उचित देखभाल और निगरानी की जाती है और किसी भी तरह की एमेर्जेंसी होने पर शिशु का सर्जरी द्वारा जन्म करवाया जाता है.
आइये जानते हैं किस तरह से की जाती है प्लेसेंटा प्रिविया में देखभाल और क्या सावधानियाँ लेनी चाहिए.
नीचे बताई गयी स्थितियों में डॉक्टर 32 हफ्ते की गर्भावस्था के बाद आपको कुछ कुछ समय के अंतराल में कई अल्ट्रासाउंड स्कैन करवाने के लिए कह सकते हैं:
कोई अन्य कोंप्लीकेशन्स न होने पर 38 सप्ताह के बाद आपको सिजेरियन ऑपरेशन द्वारा प्रसव करवाने की सलाह दी जा सकती है.
लेकिन मेजर प्लेसेंटा प्रिविया होने पर या भारी रक्तस्त्राव होने पर आपको 34 सप्ताह में ही अस्पताल में भर्ती होना पड़ सकता है.
रक्तस्त्राव न होने पर इस बात की संभावना है कि आप शायद घर पर ही रह पाएँ मगर डॉक्टर की सलाह पर नियमित चेक-अप करवाते रहने होंगे.
प्लेसेंटा एक्रीटा होने पर अधिक रिस्क होने के कारण 36 से 37 सप्ताह के बीच एमेर्जेंसी सिजेरियन करने की सलाह भी दी जाती है.
क्योंकि ऑपरेशन के दौरान रक्तस्त्राव होने का खतरा ज्यादा रहता है, इसलिए डॉक्टर्स खून चढ़ाने की व्यवस्था भी तैयार रखते हैं.
आप खुद क्या सावधानियाँ बरतें?
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