Travel & Holidays
Written on 21 December 2018
कुछ दशकों पहले तक गर्भवती महिला के स्वास्थय और आराम को ध्यान में रखते हुए अधिकतर परिवारों में गर्भवती महिला के किसी भी भारी काम काज करने और बाहर आने-जाने पर पाबंदी लगा दी जाती जाती थी। परन्तु आज की आधुनिक और भाग-दौड़ भरी ज़िन्दगी में गर्भावस्था के दौरान भी आपको कई ज़िम्मेदारियाँ उठानी होती हैं। अगर आप कामकाजी हैं तो प्रतिदिन यात्रा करना आप चाहकर भी टाल नहीं सकती। ऐसे में बेहद ज़रूरी है कि आप कुछ सावधानियों को ध्यान में रखे। ऐसा करने से आप स्वयं को और गर्भ में पल रहे अपने शिशु को किसी भी अवांछित घटना या नुक्सान से बचा सकती हैं।
आमतौर पर गर्भावस्था में कार, रेलगाड़ी, बस या ऑटो आदि से यात्रा करना सुरक्षित ही होता है । ऐसी घटनाएं बहुत ही कम देखने को मिलती हैं जहां गर्भवती महिला को यात्रा के दौरान किसी प्रकार की अनहोनी का शिकार होना पड़ा हो लेकिन फिर भी दुर्घटना से सावधानी हमेशा भली होती है। अगर आपकी प्रेगनेंसी में किसी भी प्रकार की कॉम्प्लीकेशन्स हैं तो ऐसा करना और भी ज़्यादा ज़रूरी हो जाता है। ऐसे में ज़रूरी ये भी है की आप कोई लम्बी यात्रा डॉक्टर की सलाह के बिना न करें।
आइये आज इस लेख के माध्यम से जानते हैं कि प्रेगनेंसी के दौरान ट्रेन से यात्रा करते हुए आपको किन-किन बातों का ख़ास तौर से ध्यान रखना चाहिए।
गर्भावस्था में जिस बात की हिदायत हमेशा आपके परिवार के बड़े बुज़ुर्ग आपको देते हैं वो है भारी कामकाज और भारी वज़न उठाने से परहेज़ करना। ऐसा करने से आपको और आपके गर्भ में पल रहे शिशु को नुक्सान पहुँच सकता है। इसलिए रेलगाड़ी से यात्रा करते हुए आपको इस बात का विशेष रूप से ध्यान रखना है कि अगर आप अकेले यात्रा कर रहीं हैं तो किसी भी भारी सामान को अपने साथ लेकर न चलें। कोशिश करें की कम से कम और केवल ज़रुरत का सामान ही आपके साथ हो। भारी भरकम बैग्स या सूटकेस की बजाये हलके और पहियों वाले बैग और सूटकेस लेकर यात्रा करे। इन्हें आप स्वयं इधर से उधर आसानी से ले जा सकती हैं। वैसे तो सबसे बेहतर है की आप जहाँ तक हो सकें अकेले ट्रेन से यात्रा न करें। किसी दोस्त या अपने परिवार के किसी सदस्य या साथी के साथ यात्रा करना आपके लिए मददगार साबित होगा।
हम सभी जानते हैं की ट्रेनों के आने जाने के समय अक्सर अनिश्चित होता है और शायद ही ट्रेन कभी निर्धारित समय पर चलती हैं। ट्रेन का कभी लेट या कभी जल्दी चलना आप बदल नहीं सकतीं इसलिए बेहतर यही है की आप स्वयं ही ट्रेन के निर्धारित समय से 1 घंटे पहले स्टेशन पर पहुंच जाये। ऐसा करने से आप न केवल भारी भीड़ की धक्कामुक्की से तो बचेंगी बल्कि ट्रेन में आराम से बैठने और सामान को व्यवस्थित ढंग से रखने भी सफल होंगी
गर्भावस्था के दौरान ट्रेन में सफर करते समय आप कभी भी ऊपर वाली बर्थ का रिजर्वेशन न कराएँ । रिजर्वेशन कराते समय निश्चित करें कि आपको लोअर बर्थ की सीट ही मिले। ऊपर की सीट पर चढ़ना असुविधाजनक तो होगा ही, वहाँ आप स्वयं को बँधा हुआ भी महसूस करेंगी। गिरने की सम्भावना को भी नकारा नहीं जा सकता। अगर आप नीचे की सीट पर बैठी हैं तो वाशरूम जाने और थोड़ा बहुत टहलने में भी आपके लिए सुविधा रहेगी। इसलिए सीट की बुकिंग करते समय अपनी अवस्था के बारे में बुकिंग कर्मचारी को बताना न भूलें। अगर किसी कारणवश आपको नीचे की सीट न मिले और यात्रा करना भी अनिवार्य हो तो आप किसी सहयात्री से सीट बदल सकती हैं या ऑन ड्यूटी रेलवे अधिकारी से भी सहायता ले सकती हैं।
ट्रेन का सफर गर्भावस्था के दौरान कई कारणों से असुविधाजनक होता है लेकिन ट्रेन के छोटे और गंदे टॉयलेट्स इसे अत्याधिक मुश्किल बना देते है। अगर आप गर्भवती हैं तो आपको बार टॉयलेट का इस्तेमाल करना ही पड़ेगा। ऐसे में आपको वॉशरूम विजिट्स के दौरान कई बातों का ध्यान रखना होगा। सबसे पहले तो चलती ट्रेन में टॉयलेट जाते समय किसी प्रकार की सपोर्ट को पकड़ें रखें ताकि आप स्वयं को गिरने से बचा सकें। क्योंकि पब्लिक टॉयलेट्स से इन्फेक्शन्स होने का डर ज़्यादा होता है तो साफ़ सफाई का पूरा ध्यान रखें। अपने हाथों को टॉयलेट जाने के बाद साबुन से भली प्रकार से धो लें।
गर्भावस्था के दौरान ट्रेन से यात्रा करना यक़ीनन असुविधाजनक तो होता है लेकिन ऊपर दी गयी सावधानियों का पालन करके आप इसे काफी हद तक आसान बना सकती हैं।
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