पीठ दर्द से राहत पाने के लिए, जो हमारे दिमाग़ में सबसे पहली बात आती है, वह दर्द निवारक दवाई का सेवन करना है. हालाँकि, यह एक सुरक्षित विकल्प नहीं है; विशेषतौर पर तब जब आप गर्भवती हैं या हाल ही में आपकी डिलीवरी हुई हो. परंतु, अगर आपकी पीठ में दर्द हो रहा है, तो आपके पास अन्य विकल्प क्या हैं?
यहाँ नीचे कुछ बेहतरीन तरीक़ों का उल्लेख किया गया है जिन्हें अपनाकर आप बिना दवाई खाये भी पीठ दर्द से राहत पा सकती हैं.
- गर्म पानी की बोतल का इस्तेमाल करें: जोड़ों, पीठ और मांसपेशियों में हो रहे दर्द पर गर्म पानी की बोतल से सिकाई करने पर दर्द से तुरंत राहत पाई जा सकती है. मायलो एसेंशियल्स इलेक्ट्रॉनिक हॉट बैग पानी रहित है और इसे इस्तेमाल करना भी बेहद आसान है. इसमें नियोप्रीन जेल का इस्तेमाल किया गया है, जो इसकी गर्मी को लंबे वक्त तक बरकरार रखने में मदद करता है. यह रक्त परिसंचरण में सुधार करने के साथ मांसपेशियों में हो रही ऐंठन को भी कम करते हुए उनमें लचीलेपन को बढ़ाता है. मायलो एसेंशियल्स इलेक्ट्रॉनिक हॉट बैग गर्भावस्था के दौरान और बाद में होने वाले दर्द से निजात पाने का 100 प्रतिशत प्राकृतिक तरीका है.
- मालिश: आयुर्वेद गर्भावस्था के दौरान और बाद में धन्वंतरम तेल से मालिश करने की सलाह देता है. गर्भावस्था के दौरान, धन्वंतरम तेल की मालिश से मांसपेशियों में हो रहे दर्द से तुरंत आराम मिलता है और गर्भावस्था के बाद, यह गर्भाशय के स्वास्थ्य को बनाये रखने में मदद करता है. ये आंवला, अश्वगंधा, तिल, शतावरी, गाय का दूध और चंदन जैसे प्राकृतिक चीज़ों के मिश्रण से बनाया गया है. माइलो केयर धन्वंतरम तेल मांसपेशियों में ताकत, चेतनत्व और उनमें लचीलापन लाने में मदद करता है, जिस वजह से ये गर्भावस्था के दौरान और बाद में इस्तेमाल करने के लिए बिलकुल उपयुक्त है.
- व्यायाम करना: गर्भावस्था के दौरान और बाद में रोज़ाना नियमित रूप से हल्का व्यायाम करने से मांसपेशियां मज़बूत, लचीली और कोमल होती हैं. इससे गर्भावस्था के दौरान वज़न और रक्त की मात्रा बढ़ने व घटने पर थकावट महसूस नहीं होती है. प्रीनेटल योगा और कीगल जैसे व्यायाम मांसपेशियों में हो रहे तनाव और हो रही असुविधा को कम करने के साथ शरीर में तरल पदार्थ को बनायें रखने में मदद करते हैं.
- मेटरनिटी बेल्ट का उपयोग करें: बैठने, खड़े होने या लंबे समय तक चलने के दौरान मेटरनिटी बेल्ट पहनने से पेल्विक गर्डल पेन (श्रोणि करधनी के आसपास की मांसपेशियां) से राहत मिलती है. लेकिन, इस दौरान एक बात का ख़्याल रखें कि मेटरनिटी बेल्ट निर्धारित अवधि से अधिक ना पहनें वरना बाद में मांसपेशियां स्वयं काम नहीं कर पाएंगी.
- सही मुद्रा में रहने का अभ्यास करना: खड़े, बैठने और सोते समय सही मुद्रा को अपनाने की कोशिश करें. ऐसे में छोटी-छोटी बातों का ध्यान रखें जैसे- बैठते, सोते, खड़े होते वक्त तकिए के सहारे पीठ को सहारा देना और सोते समय अपने पैरों को ऊंचा करने के लिए तकिये का उपयोग करना, गर्भावस्था के दौरान और बाद में दर्द और दर्द को कम करने में मदद करता है.
ध्यान रखें, आप पीठ दर्द से राहत पाने के लिए जिस भी विकल्प का चयन करें, उससे पहले अपने स्त्री रोग विशेषज्ञ से सलाह ज़रूर ले लें.