Vitamins & Supplements
Written on 5 January 2019
गर्भवती होने से जुड़े पहलूओं में से ही एक है मॉर्निंग सिकनेस. मतली महसूस होने जैसी असहज स्थिति के चलते सोने के बाद उठने का मन न होना, लेटे रहने की इच्छा होना या कुछ खाने का मन न होना मॉर्निंग सिकनेस है.
इस असहज एहसास से खुद को मुक्त रखने के लिए आपको अपनी डायट में थोड़े से परिवर्तन करने चाहिए. इसका सबसे अच्छा तरीका है अपनी डायट में विटामिन B6 को शामिल करें. इस लेख में हम आपको बता रहे हैं कि मॉर्निंग सिकनेस से निपटने में किस तरह से यह विटामिन उपयोगी साबित होता है.
विटामिन B6 की जरुरत क्यों पड़ती है?
विटामिन B6 सबसे महत्वपूर्ण पोषक तत्वों में से एक है जो ज्यादातर खाद्य पदार्थों में पाया जाता है जिन्हें हम खाते हैं. यह विटामिन हमारे मेटाबोलिज्म को बढ़ाने वाली 100 एंजाइम क्रियाओं से कार्य करवाने के लिए जिम्मेदार है और इसे पाइरिडोक्सिन के रूप में भी जाना जाता है. यह पोषक तत्व गर्भवती महिलाओं में मतली या सुबह की बीमारी से राहत देने में भी मदद कर सकता है.
क्या यह मॉर्निंग सिकनेस को कम करने में मददगार है?
मॉर्निंग सिकनेस पर विटामिन B6 का सटीक प्रभाव ज्ञात नहीं है। हालांकि, अध्ययनों से पता चला है कि गर्भावस्था के दौरान इस पोषक तत्व का सेवन करने वाली कई महिलाओं को मॉर्निंग सिकनेस से कुछ राहत मिली है। अध्ययनों से पता चला है कि विटामिन B6 के चलते शरीर को कुछ अमीनो एसिड संसाधित करने में मदद मिलती है जिससे आपको मॉर्निंग सिकनेस के लक्षणों से छुटकारा मिलता है।
यह भी पता चला है कि जिन महिलाओं को अधिक मॉर्निंग सिकनेस होती है उनके खून में कम विटामिन B6 होता है. बता दें कि विटामिन B6 उलटी नहीं रोकता लेकिन लगातार महसूस हो रही असहजता समेत मॉर्निंग सिकनेस के कई लक्षणों को रोकता है.
विटामिन B6 की खपत कैसे बढ़ा सकते हैं?
मॉर्निंग सिकनेस के लक्षणों को कम करने के लिए, यह सलाह दी जाती है कि आप विटामिन B6 का सेवन रोजाना करें. यह सेवन आपके चिकित्सकीय सलाहकार या चिकित्सक द्वारा बताई गई मात्रा में ही हो. याद रखें की आपको प्रतिदिन इसकी 200mg की खुराक से अधिक नहीं लेना चाहिए.
यह सुनिश्चित करें कि आप किसी भी अतिरिक्त विटामिन B6 सप्लीमेंट या खाद्य पदार्थों का सेवन करने से पहले अपने डॉक्टर से सलाह लें. इसकी वजह यह है कि अधिकांश गर्भावस्था मल्टीविटामिन दवाओं में पहले से ही प्रत्येक डोज में इसका 10एमजी हिस्सा होता है.
विटामिन बी 6 के प्राकृतिक स्रोत भी हैं जो आपके उपभोग के लिए बहुत अधिक सुरक्षित हैं। उन्हें अपने भोजन में शामिल करने से मॉर्निंग सिकनेस के लक्षणों को काफी कम किया जा सकता है। विटामिन बी 6 से भरपूर खाद्य पदार्थों में शामिल हैं-
अपने विटामिन B6 की खपत को बढाने के लिए आप इन्हें अपनी डायट में शामिल कर सकते हैं.
क्या इसके कुछ दुष्परिणाम हैं?
बहुत अधिक मात्रा में इसका सेवन करने से कुछ साइड इफेक्ट हो सकते हैं. ऐसे में इनका उपयोग बढाने से पहले अपने डॉक्टर से परामर्श जरुर कर लें. अत्यधिक विटामिन B6 की खपत से होने वाली सबसे आम स्थितियों में से एक पाइरिडोक्सिन न्यूरोपैथी है. यह आपके पैरों और आपकी बाहों में भी कुछ झुनझुनी और सुन्नता का कारण बनता है.
विटामिन B6 की बढ़ी खुराक के कुछ दुष्प्रभाव हो सकते हैं. ऐसे में इसकी खपत बढ़ाने से पहले डॉक्टर से परामर्श करना बहुत जरुरी है. हालांकि यह एक स्थायी स्थिति नहीं है और आपके B6 की खपत को कम करने के तुरंत बाद यह स्थिति ठीक हो जाती है.
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