VIEW PRODUCTS
Pregnancy
12 December 2022 को अपडेट किया गया
गर्भावस्था में कई तरह के हार्मोनल परिवर्तनों के कारण महिलाओं के व्यवहार और मूड में बहुत बदलाव आ जाता है. अक्सर पति इस बदलाव को समझ नहीं पाते और पत्नी के मूड स्विंग्स को समझना उनके लिए बड़ा मुश्किल हो जाता है. हालांकि पुरुष हर संभव कोशिश करते हैं कि उनकी गर्भवती पत्नी खुश रहे, लेकिन फिर भी कहीं ना कहीं कमी रह ही जाती है. इस लेख में बताएँगे कुछ ऐसे टिप्स जिससे पुरुष अपनी गर्भवती पत्नी को उन नौ महीनों में सुरक्षित और बेहतर अहसास करवा सकें.
पत्नी को इस बात का अहसास दिलायें कि आप इन नौ महीनों के दौरान होने वाले हर अहसास को बाँटने के लिए उत्सुक हैं. अपनी पत्नी से प्यार के साथ प्रेग्नेंसी में महसूस होने वाली भावनाओं और बदलते मूड के बारे में पूछें. इससे आपको उन्हें समझने में मदद मिलेगी.
प्रेग्नेंसी के दौरान आने वाले परिवर्तनों को समझने का सर्वोत्तम तरीका है कि आप गर्भावस्था पर आधारित किताबें पढ़ें. इनमें आपको गर्भधारण से लेकर प्रसव तक महिलाओं के व्यवहार और शरीर में आने वाले बदलावों की जानकारी होगी और आप उनकी मुश्किलों को बेहतर तरीके से जान पाएंगें.
प्रेग्नेंसी के दौरान महिलाओं के मन में कई चीज़ें खाने की तीव्र इच्छा होती है. ज़रूरी नहीं कि वो नौ महीने के दौरान एक ही चीज़ खाना पसंद करें. ये कुछ ऐसा भी हो सकता है जो उन्हें पहले बिलकुल पसंद ना आता हो. बिना झुंझलाये हुए उन्हें उनकी जरूरत और पसंद की चीजें लाकर दें.
प्रेग्नेंसी के पूरे नौ महीने में उन्हें यह अहसास न होने दें कि आपने उन्हें अकेला छोड़ दिया है. जब कभी भी वो डॉक्टर के पास चेकअप के लिए जायें तो आप उनके साथ जरूर जायें. इससे आप पत्नी की प्रेग्नेंसी और अपने आने वाले शिशु के साथ बेहतर तरीके से जुड़ पाएंगे.
गर्भावस्था में अधिकतर घर पर रहने से संभव है कि वो बोरियत महसूस कर रही हों. ऐसे में उन्हें अच्छा महसूस करवाने के लिए आप उन्हें किसी रोमांटिक डेट पर बाहर ले जा सकते हैं. सप्ताह में कम से कम एक बार उन्हें बाहर ले जाएं. इससे उनका मूड तरोताजा रहेगा.
प्रेग्नेंसी में महिलाओं के शरीर के कई हिस्सों में दर्द और ऐंठन की समस्या रहती है. इस मुश्किल में शरीर की मसाज या फुट मसाज से काफी राहत महसूस होती है. आप चाहें तो धीमे हाथों से फुट मसाज खुद भी उन्हें दे सकते हैं लेकिन बॉडी मसाज डॉक्टर की सलाह के बाद किसी एक्सपर्ट के द्वारा ही करवाएँ.
Yes
No
Written by
Charu Pratap
Charu has been a seasoned corporate professional with over a decade of experience in Human Resource Management. She has managed the HR function for start-ups as well as established companies. But aside from her corporate career she was always fond of doing things with a creative streak. She enjoys gardening and writing and is an experienced content expert and linguist. Her own experiences with motherhood and raising a baby made her realize the importance of reliable and fact-based parenting information. She was engaged in creating content for publishing houses, research scholars, corporates as well as for her own blog.
Read MoreGet baby's diet chart, and growth tips
प्रेग्नेंसी के दौरान वज़न को नियंत्रित रखने के लिए अपनाएं ये 7 टिप्स
गर्भावस्था के दौरान और बाद में पीठ दर्द से छुटकारा पाने के 5 बेहतरीन तरीक़े
टमी टाइम : यह क्या है और शिशु को कौन -सी उम्र से पेट के बल लिटाना चाहिए ?
नवरात्रों के व्रत और गर्भवती महिलाएँ - कैसे रखें अपना ख्याल
क्या प्रेग्नेंसी के दौरान मसूड़ों से खून आना सामान्य है?
गर्भावस्था में चक्कर से राहत पाने के लिए आप क्या कर सकती हैं?
At Mylo, we help young parents raise happy and healthy families with our innovative new-age solutions:
baby soap | baby shampoo | baby lotion | baby powder | baby body wash | stretch marks cream | stretch marks oil | baby cream | baby massage oil | baby hair oil |